Kota: नौकरी से हटाने के बाद संविदाकर्मी ने वीडियो बनाकर दी आत्महत्या की चेतावनी
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Kota: नौकरी से हटाने के बाद संविदाकर्मी ने वीडियो बनाकर दी आत्महत्या की चेतावनी

संविदा कर्मी ने वीडियो जारी कर यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 1 अक्टूबर तक उसे नौकरी नहीं दी जाती है तो 1 अक्टूबर को विश्वविद्यालय के बाहर आत्मदाह किया जाएगा.

Kota: नौकरी से हटाने के बाद संविदाकर्मी ने वीडियो बनाकर दी आत्महत्या की चेतावनी

Kota: कोटा विश्वविद्यालय के संविदा कर्मी देवेंद्र शर्मा ने वीडियो जारी कर आत्मदाह की चेतावनी दी. विश्वविद्यालय द्वारा प्रताड़ित करना और नौकरी से मनमानी कर हटाना  उन्होंने कारण बताया है. शर्मा ने कहा कि 1 अक्टूबर तक नौकरी पर नहीं रखा तो आत्मदाह करूंगा. जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन और वहां के ठेकेदार की होगी.

दरअसल मामला यह था की देवेंद्र शर्मा नामक व्यक्ति संविदा कर्मी के रूप मे कोटा विश्वविद्यालय मे कार्य करता था. विश्वविद्यालय की मनमानी और कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार और स्पोर्ट के अधिकारी विजय सिंह द्वारा अवकाश के दिन भी कार्य करवा कर उनका पैसा नहीं देने और ठेकेदार द्वारा हर महीने 500 रुपये कमीशन लेने का विरोध जब देवेंद्र शर्मा ने किया तो उसे नौकरी से हटा दिया गया.

जिसके बाद विश्वविद्यालय के खेल विभाग के निदेशक विजय सिंह से निवेदन किया कि उसे वापस नौकरी पर रखा जाए. संविदा कर्मी गिड़गिड़ाता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक ना सुनी. कांग्रेस नेता द्वारा विजय सिंह से निवेदन किया गया की कर्मचारी को नौकरी पर रखा जाए जिसपर विजय सिंह ने देवेंद्र शर्मा को फोन कर धमकाया भी था. धमकी में उसने कहा कि मेरे से बड़ा गुंडा शहर मे कोई नहीं है जिसकी ऑडियो भी वायरल हुई थी. जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मांगे मानने को लेकर आश्वस्त किया था और कहा था कि उन्हें नौकरी दी जाएगी.

लगभग 5-6 महीने बाद चक्कर काटने के बाद 12 सितम्बर को विश्वविद्यालय ने नौकरी दी और अब 10 दिन काम करवाकर मनमानी कर कर्मचारी को बुरी तरह प्रताड़ित कर नौकरी से हटा दिया. अब संविदा कर्मी ने वीडियो जारी कर यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 1 अक्टूबर तक नौकरी नहीं दी जाती है तो उनके द्वारा 1 अक्टूबर को विश्वविद्यालय के बाहर आत्मदाह किया जाएगा तथा उनकी मौत के जिम्मेदार यूनिवर्सिटी के अधिकारी व ठेकेदार की होगी. उनकी मौत के बाद उनके परिवार की संपूर्ण जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी की होगी.

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