राजस्थान में करौली के हिंडौन सिटी की कई कॉलोनियों में दूषित पानी से दो लोगों की मौत और करीब 200 से अधिक लोगों के बीमार होने के मामले में निष्पक्ष जांच कराने, लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति कराने एवं जलदाय विभाग के दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग हो रही है.
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Hindaun City, Karauli News: हिंडौन सिटी की कई कॉलोनियों में दूषित पानी से दो लोगों की मौत और करीब 200 से अधिक लोगों के बीमार होने के मामले में निष्पक्ष जांच कराने, लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति कराने एवं जलदाय विभाग के दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग हो रही है.
इसको लेकर भाजपा नेता शीला चंदन कार्यकर्ताओं के साथ हिंडौन के उपखंड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई. इस दौरान उन्होंने राज्यपाल के नाम हिण्डौन एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा.
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धरने पर बैठी भाजपा नेता शीला चंदन जाटव ने बताया कि हिंडौन में पिछले दिनों नलों में आए दूषित पानी के कारण 2 जनों की मौत हो गई तथा 200 से अधिक लोग बीमार हो गए. उन्होंने आरोप लगाया कि जलदाय विभाग हिंडौन द्वारा संकलित किए गए पानी के सभी नमूने मिलीभगत के चलते पास करा दिए गए. ऐसे में सवाल उठता है कि यदि पानी दूषित नहीं था तो लोग बीमार कैसे हुए और कैसे एक बालक सहित दो जनों की मौत हुई. उन्होंने जांच के नाम पर लीपापोती करने और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने के भी आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि दूषित पानी सप्लाई का मामला आने के बाद जलदाय विभाग ने कई वार्डों की कॉलोनियों में पेयजल सप्लाई बंद कर दी है, जिससे वहां पेयजल संकट गहरा गया है.
जलदाय विभाग द्वारा टैंकरों से पेयजल आपूर्ति करवाई जा रही है, जो कि अपर्याप्त है. गत दिनों ही टैंकर से पानी भरने को लेकर लोगों में झगड़ा हो गया जिससे 3 महिलाएं घायल हो गई.
ज्ञापन में लिखी ये बातें
भाजपा नेता शीला चंदन ने कार्यकर्ताओं के साथ राज्यपाल के नाम हिंडौन एसडीएम को सौंपा ज्ञापन में लिखा कि दूषित पानी से बालक सहित दो जनों की मौत होने पर मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए, हिंडौन शहर की क्षतिग्रस्त और लीकेज वाली पाइप लाइनों की मरम्मत की जाए तथा नई पाइपलाइन डाली जाए. हिंडौन के सभी वार्डों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति की जाए.
उन्होंने आरोप लगाया कि दूषित पेयजल से दो जने की मौत और सैकड़ों लोगों के बीमार पड़ने के बाद अब अधिकारी सफाई पेश कर रहे हैं तथा बीमारी और मौत का कारण दूषित पेयजल को नहीं मान रहे. ऐसे में सवाल उठता है कि यदि पानी दूषित नहीं था तो इतने लोगों कैसे बीमार हुए और कैसे दो जनों की मौत हुई. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कराने, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने तथा शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने की मांग की है.
दूषित पानी की हुई आपूर्ति
उल्लेखनीय है कि हिंडौन के चौबे पाड़ा, दुबे पाड़ा, काना हनुमान पाड़ा सहित कई कॉलोनियों में गत दिनों जलदाय विभाग की पाइप लाइन से दूषित पानी की आपूर्ति हुई, जिसके चलते 200 से अधिक लोग उल्टी-दस्त के शिकार हो गए तथा एक वृद्ध और एक बालक की मौत हो गई.
ये लोग रहे उपस्थित
एसडीएम कार्यालय के समक्ष चल रहे धरने में हिंडोन नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष दिनेश सैनी, भाजयुमो जिला अध्यक्ष अंकित शर्मा,पूर्व मंडल अध्यक्ष श्यामसिंह सोलंकी, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष दिलीप गुप्ता, रमन डागुर, जिला मंत्री मानसिंह चौधरी, मुकेश तिवारी, नरेंद्र तोमर, हरीबाबू टाटा, सूरज सैनी, भारत सोलंकी, अमन मुद्गल, बजरंगलाल गर्ग, आशीष बसवारे, नीतेश वर्मा, पार्षद दीपक धाकड़, मोनू प्रजापत, देवेंद्र शर्मा, यश बसवारे, कुणाल वाल्मीकि, भूपेंद्र धुरसी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
Reporter- Ashish Chaturvedi