करौली जिला मुख्यालय को रोडवेज डिपो की सौगात भले ही 10 साल पहले मिल गई हो, पर आज तक उसे चालू नहीं किया गया.एक दशक में दो सरकारें भी बदल चुकी हैं. फिर भी करौली रोडवेज डिपो कागजों पर चल रहा है.
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करौली: करौली जिला मुख्यालय को रोडवेज डिपो की सौगात भले ही 10 साल पहले मिल गई हो, पर आज तक उसे चालू नहीं किया गया.एक दशक में दो सरकारें भी बदल चुकी हैं. फिर भी करौली रोडवेज डिपो कागजों पर चल रहा है. इस दौरान लोगों को उम्मीद जगी थी कि रोडवेज डिपो का संचालन शुरू हो जाएगा, लेकिन जिम्मेदारों की हिलाहवाली और उदासीनता की वजह से आजतक यह सुविधा शुरू नहीं हो पायी. करौली डिपो की व्यवस्थाएं आज भी हिंडौन से चल रही है. रोजवेज डिपो के अभाव में शहरवासियों और कार्मिकों को परेशानी का सामना करना पड रहा है.
पिछली कांग्रेस सरकार ने करौली जिला मुख्यालय पर दिसम्बर 2012 में रोडवेज डिपो का आगाज कर राज्य के कई बडे शहरों के अलावा दिल्ली, आगरा, सौरोजी, हरिद्वार सहित अन्य प्रदेशों तक लोगों का आवागमन सुलभ बनाया था.
साथ ही मुख्यालय पर करोड़ों रुपये की राशि से भवन, वर्क्सशॉप के लिए टीनशैड, डीजल पम्प के लिए स्थान देकर रोडवेज डिपो का शुभारम्भ किया, लेकिन भाजपा सरकार के शासन संभालते ही कांग्रेस द्वारा दी गई सौगात को छीन लिया. भाजपा के बाद वर्तमान में अब कांग्रेस सरकार है, लेकिन अब तक डिपो की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं की गई है जिसके चलते करौली डिपो हिंडौन डिपो से ही संचालित हो रहा है.
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कलेक्टर के निर्देश के बाद भी व्यवस्था सुचारू नहीं
जिला मुख्यालय पर डिपो नहीं होने की शिकायत कई बार कलेक्टर से भी की जा चुकी हैं. शहर वासियों की मांग पर निवर्तमान कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई और प्रस्ताव भिजवाने के रोडवेज अधिकारियों को निर्देश दिए, लेकिन कई माह निकलने के बाद भी अब तक व्यवस्था सुचारू नहीं की गई है.
रोडवेज के जयपुर मुख्यालय से करौली आगार के नाम रोडवेज बसे जारी हो रही है. चालक परिचालक भी करौली डिपो के नाम से नियुक्त हैं, लेकिन चालक परिचालकों की डयूटी भी हिण्डौन रोडवेज डिपो से लगाई जा रही है, जिसके चलते करौली रोडवेज बस स्टैंड भी दुर्दशा का शिकार है. हालात ये है कि जहां से सैकड़ों बसे संचालित होती थी. वहां आज महज 20 बसे संचालित हो रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी भी हिण्डौन डिपो में बैठ कर ही करौली का कार्य निपटाते हैं.
करौली मुख्यालय पर स्थान का किया जा रहा निरीक्षण
वहीं, हिंडौन डिपो के मुख्य प्रबंधक गजानंद जांगिड़ ने बताया कि वर्तमान में करौली डिपो की सभी व्यवस्थाएं हिंडौन डिपो से संचालित की जा रही हैं. करौली में वर्कशॉप के लिए भूमि नहीं होने के कारण डिपो का संचालन हिंडौन से किया जा रहा है. करौली डिपो के लिए करौली मुख्यालय पर स्थान का निरीक्षण किया जा रहा है. चिन्हित स्थान के प्रस्ताव को रोडवेज मुख्यालय भेजा गया है. जिस पर जांच कमेटी गठित कर चिन्हित स्थान की उपयोगिता की जांच की जा रही है. कमेटी सकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करती है तो डिपो वर्कशॉप निर्माण कार्य कराया जाएगा.
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बहरहाल, वजह जो भी हो लेकिन करौली क्षेत्र वासियों की परेशानी को देखते हुए जिला मुख्यालय पर डिपो को पुनः चालू कर वर्कशॉप ओर डीज़ल पंप शुरू होना चाहिए.जिससे की करौली आने वाले यात्रियों ओर मुसाफिरों को बेहतर सुविधा मिले साथ कि रोडवेज को भी राजस्व में बढ़ोतरी हो.
Reporter- Ashish Chaturvedi