Astrology : वैदिक ज्योतिष में शनि का स्थान विशेष है. बेहद धीमी गति से चलने वाला ये ग्रह सबसे ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है. समय समय पर शनि की चाल में बदलाव होते हैं. इस पर 50 साल बाद शनि की राशि कुंभ में त्रिग्रही योग बनने जा रहा है. कुंभ राशि में शनि-शुक्र और बुध के साथ आने वाले हैं. जिससे तीन राशियों की किस्मत चमकने वाली है.
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Astrology : वैदिक ज्योतिष में शनि का स्थान विशेष है. बेहद धीमी गति से चलने वाला ये ग्रह सबसे ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है. समय समय पर शनि की चाल में बदलाव होते हैं. इस पर 50 साल बाद शनि की राशि कुंभ में त्रिग्रही योग बनने जा रहा है. कुंभ राशि में शनि-शुक्र और बुध के साथ आने वाले हैं. जिससे तीन राशियों की किस्मत चमकने वाली है.
वृष
गोचर कुंडली के कर्म भाव में बनने वाला त्रिग्रही योग शुभ फलदायी रहेगा.
अगर आप बिजनेस करते हैं तो अच्छा धनलाभ होगा.
अगर आप नौकरीपेशा हैं तो फिर प्रमोशन के लिए तैयार रहें.
वहीं आपको पैतृक संपत्ति का लाभ भी मिल सकता है.
आपका आपनी इच्छानुसार ट्रांसफर भी हो सकता है.
कुंभ
लग्न भाव में बन रहा ये योग आपके आत्मविश्वास को चरम पर पहुंचा सकता है.
आपके मान सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.
बिजनेस करने वालों को फायदा मिलेगा.
कोई बड़ी डील भी हाथ लग सकती है.
वैवाहिक सुख मिलेगा,
जिन लोगों की शादी नहीं हुई है, इस दौरान हो सकती है.
मिथुन
9वें भाव में बन रहा त्रिग्रही योग आपको किस्मत का साथ देगा.
जो भी काम आप करना चाहते हैं उसमें सफल होंगे.
घर पर धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम होंगे.
पारिवारिक जीवन में सुख की एंट्री होगी.
छात्रों के लिए भी समय अच्छा रहेगा.
(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)