विश्व हृदय दिवस: जोधपुर एम्स में डॉक्टरों ने नुक्कड़ नाटक कर आमजन को किया जागरूक
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विश्व हृदय दिवस: जोधपुर एम्स में डॉक्टरों ने नुक्कड़ नाटक कर आमजन को किया जागरूक

Luni: दुनिया में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाता है, जिससे लोगों को हृदय रोगों के बारे में जागरूक किया जा सके. 

विश्व हृदय दिवस

Luni: दुनिया में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाता है, जिससे लोगों को हृदय रोगों के बारे में जागरूक किया जा सके. इसी कड़ी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स जोधपुर में विश्व हृदय दिवस पर डॉक्टरों की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आमजन को हृदय रोग बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक किया गया है. इसकी शुरुआत 1999 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से की गई थी, लेकिन फिर तय हुआ कि सितंबर के आखिरी गुरुवार को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया गया. 

पहला विश्व हृदय दिवस 24 सितंबर 2000 को मनाया गया था. मई 2012 में विश्व के नेताओं ने 2025 तक नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज के कारण होने वाली मौतों को 25 प्रतिशत तक कम करने का निर्णय लिया. इसमें आधी मौतें केवल हृदय रोगों के कारण हुई थी. ऐसे में विश्व हृदय दिवस को मान्यता दी गई और यह हर साल 29 सितंबर को मनाया जाने लगा. इस अभियान के माध्यम से वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन सभी देशों के लोगों को एक साथ जोड़ता है और हृदय रोगों से लड़ने के लिए जागरूक करता है. 

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हृदय रोग दुनिया में नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज में सबसे घातक साबित हुआ है. हर साल करीब 2 करोड़ लोगों की मौत दिल की बीमारियों से होती है, इससे अब जीवनशैली से जुड़ी बीमारी माना जाने लगा है. जिससे अपनी जीवनशैली में सुधार लाकर इससे बचा जा सकता है. हाल के दिनों में देखा गया कि युवा भी हृदय रोग के शिकार हो रहे है. इस मौके पर एम्स के डॉक्टरों ने लोगों को जागरूक किया, जिसमें डॉक्टर ने कहा कि गांव में भी आज भी अंधविश्वास के चलते झाड़ा फुंक से हृदय रोग जैसी बीमारी का इलाज करने में प्रयास करते है. 

वहीं आज भी बच्चे हृदय रोग के शिकार हो रहे हैं. वहीं बच्चों के साथ भी युवाओं में भी कई तरह की बीमारियां देखने को मिल रही है. आज हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि जैसे हम अपने शरीर से खुश है. वैसे ही दिल को भी खुश रखना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि हृदय रोग एक जीवन शैली रोग है, इससे बचने के लिए धुम्रपान तनाव और अधिक वजन होने से बचना चाहिए.

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