कुमावत समाज के सम्मेलन में पहुंचे निरंजन आर्य, पंच और पदाधिकारियों ने किया स्वागत
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कुमावत समाज के सम्मेलन में पहुंचे निरंजन आर्य, पंच और पदाधिकारियों ने किया स्वागत

जोधपुर जिले के बिलाड़ा के निकटवर्ती रेपड़ावास गांव 32 खेड़ा कुमावत समाज का सम्मेलन आयोजित हुआ. सम्मेलन में विभिन्न गांवों के पंच और पदाधिकारी ने भाग लिया है.

कुमावत समाज का सम्मेलन

Bilara: राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा के निकटवर्ती रेपड़ावास गांव 32 खेड़ा कुमावत समाज का सम्मेलन आयोजित हुआ. सम्मेलन में विभिन्न गांवों के पंच और पदाधिकारी ने भाग लिया है. सम्मेलन को संबोधित करते हुए सम्पराज कुमावत ने कहा कि आज हमारा समाज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही पिछड़ा हुआ है और शिक्षा की कमी के कारण समाज की पहचान नहीं हो रही है. 

दूसरे समाज हमारे से भी आगे निकल गए है और शिक्षा क्षेत्र में अपने समाज का नाम रोशन कर रहे हैं. जब तक समाज में शिक्षा नहीं होगी और शिक्षा में अधिकारी और कर्मचारी नहीं लगगे तब तक समाज की पहचान नहीं होगी. आज सभी लोग प्रण लेकर जाए कि अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं रखेंगे और लगातार शिक्षा ग्रहण कराएंगे. 

साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में फिजूलखर्ची बंद करें और शिक्षा के क्षेत्र में पैसा खर्च करें. शिक्षा दान महादान है. भंवरलाल कुमावत ने कहा कि आज दूसरे समाज बहुत ही आगे निकल गए हैं और हमारा समाज वहीं का वहीं रह गया है क्योंकि अपन के समाज में शिक्षा की कमी है और फिजूलखर्ची भी हम करते हैं. इन फिजूलखर्ची को रोके और यही पैसा शिक्षा और समाज के विकास में खर्च करें. साथ ही उन्होंने कहा कि घर में एक भी अधिकारी और कर्मचारी सरकारी नौकरी पर लग गया तो उसका परिवार सुधर जाएगा. 

वहीं सोहन लाल कुमावत ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को बंद करें और आने वाले समय के अनुसार चलें, नहीं तो हम बहुत पिछड़ जाएंगे. आज का समय वैज्ञानिक युग है इस युग में शिक्षा का महत्व बहुत ज्यादा हो जाता है. शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है और बिना ज्ञान के कोई भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले सकता है. सम्मेलन को झूमर लाल, ओम प्रकाश, रामचंद्र भैराराम सहित वक्ताओं ने समाज में संगठन विकास सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला है.

सम्मेलन में पहुंचे निरंजन आर्य
मुख्यमंत्री के निजी सलाहकार निरंजन आर्य कुमावत के सम्मेलन में पहुंचने पर समाज के लोगों ने गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया और माला और साफा पहनाकर कर बहुमान किया. सम्मेलन में कुमावत समाज ने निरंजन आर्य से एक ही मांग की कि सोजत में समाज के छात्रावास के लिए जमीन उपलब्ध कराए. निरंजन आर्य ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में प्रतिस्पर्धा चल रही है और इस प्रतिस्पर्धा में शिक्षा का बहुत ही महत्व है. आज जिस समाज में शिक्षा होगी वह समाज उन्नति करेगा और आज कुमावत समाज में शिक्षा नहीं होने से आज भी वैसा का वैसा ही समाज है. आज इस युग में शिक्षा के बिना कुछ भी कार्य संभव नहीं है. आज इस सम्मेलन में प्रण लेकर जाए कि अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं रखेंगे और दूसरे बच्चों को भी शिक्षा दिलाने का कार्य करेंगे. 

साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी कि आज इन योजनाओं का आप लाभ नहीं उठा रहे हैं क्योंकि आज शिक्षा की कमी है और इनी योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आवान किया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को बताएं जिससे लोगों को फायदा मिल सके. 

कार्यक्रम के पूर्व सम्मेलन में निरंजन आर्य आने पर समाज के पदाधिकारियों ने स्वागत किया है. इस मौके पर विभिन्न समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने ज्ञापन भी सौंपा है. कार्यक्रम में समाज का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और समाज के भवन में विकास कार्य करवाने का प्रस्ताव पारित किया गया और समाज भवन में प्रसादी का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ है.

Reporter: Arun Harsh

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