Rajasthan news : धौलपुर के बसेड़ी से कांग्रेस विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने सचिन पायलट को लेकर बड़ा बयान दिया. झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में एंट्री की थी. तब एमपी के नेताओं ने कहा था, पायलट मुख्यमंत्री बने तो हमें 40 सीटों का फायदा. पढ़िए पूरी खबर
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Rajasthan news : सचिन पायलट ने झुंझुनूं में किसान सम्मेलन किया. इसमें मंत्री राजेंद्र गुढ़ा से लेकर खिलाड़ीलाल बैरवा समेत कई नेता मौजूद थे. यहां जनसभा को संबोधित करते हुए बैरवा ने पायलट के पक्ष में कई बयान दिए. दो महीने पुराने एक घटनाक्रम को याद करते हुए पायलट को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर भी बयान दिया. बैरवा ने कांग्रेस नेताओं के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा कि पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के बारे में जब कहा गया था. तब मैं खुद भी वहां मौजूद था.
खिलाड़ीलाल बैरवा ने झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में हुए किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बयान दिया. बैरवा ने कहा कि जब भारत जोड़ो यात्रा की मध्यप्रदेश से राजस्थान में एंट्री हुई थी. उस समय वहां राजस्थान और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों के नेता थे. उस समय मैनें वहां के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मुंह से ये कहते हुए सुना था. उन्हौने कहा था कि अगर सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाता है. तो पार्टी को 40 सीटों का फायदा एमपी में होगा.
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बैरवा ने कहा कि हम जहां भी जाते है. लोग हमें पूछते है कि सचिन पायलट की ताजपोशी कब होगी. हम जनता को कहते है कि राजस्थान से भारत जोड़ो यात्रा निकली. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने यहां आकर सब चीजें देखी है. बैरवा ने जनता से कहा कि आलाकमान समय पर फैसला करेगा, ये हमें भरोसा है. आप चिंता न करें.
बैरवा ने अपने भाषण में सचिन पायलट से भी कहा कि चुनावों में अब 10 महीनों का समय बचा है. ये जनता आपके कहने पर जुट रही है. ताजपोशी के चक्कर में इंतजार मत करना. आप कहेंगे तभी ये सरकार वापसी कर सकती है. इसके अलावा कोई संभावना नहीं है.
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दरअसल सचिन पायलट इन दिनों किसान सम्मेलन के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर रहे है. पहले नागौर के परबतसर में, फिर हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में, उसके बाद झुंझुनूं के उदयपुर वाटी और फिर पाली के सादड़ी में किसान सम्मेलन हुआ. पायलट लगातार राजस्थान में पेपर लीक के मामलों को उठा रहे है. किसानों के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेर रहे है. राजनीतिक नियुक्तियों के मुद्दे पर अशोक गहलोत सरकार पर भी सवाल उठा रहे है.