Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं के चिड़ावा थाना इलाके के श्योपुरा गांव में बीती रात को एक नाबालिग लड़की का कुछ बदमाशों ने अपहरण कर लिया. घटना के बाद से गांव में आक्रोश है. सूचना पर विधायक जेपी चंदेलिया के अलावा एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह, डीएसपी शिवरतन गोदारा भी चिड़ावा थाने पहुंचे.
Trending Photos
Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं के चिड़ावा थाना इलाके के श्योपुरा गांव में बीती रात को एक नाबालिग लड़की का कुछ बदमाशों ने अपहरण कर लिया. घटना के बाद से गांव में आक्रोश है. सूचना पर विधायक जेपी चंदेलिया के अलावा एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह, डीएसपी शिवरतन गोदारा भी चिड़ावा थाने पहुंचे.
जानकारी के अनुसार बीती रात को टीबा बसई हाल श्योपुरा निवासी अंकित भारद्वाज और दिनेश, लाखू निवासी सुनिल यादव, राजेश, शिवा, योगी सहित अन्य लोग कैंपर गाड़ी में सवार होकर आए। जिन्होंने एक मकान में जाकर धावा बोल दिया.
बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में घर का दरवाजा तोड़ा. जिसकी आवाज सुनकर नाबालिग लड़की का भाई और मां आए तो उनके साथ जमकर मारपीट की. यहां तक की भाई का तो सिर फोड़ दिया. इसके बाद जब नाबालिग लड़की के पिता आए तो उसके साथ भी मारपीट की. वहीं लड़की को कमरे में से घर से उठाने की कोशिश की. लेकिन लड़की मौका पाकर भाग गई. वह अपने रिश्ते में दादा के घर चली गई.
यहां भी बदमाश पहुंच गये और लड़की को उठाकर अपने साथ ले गये. लड़की के रिश्ते में लगने वाले दादा ने आरोपियों का पीछा भी किया. लेकिन आरोपी भागने में सफल हो गए. इस मामले की सूचना पुलिस को रात को ही दे दी.
सुबह तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी संख्या में ग्रामीण चिड़ावा थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग करने लगे. सूचना पर विधायक जेपी चंदेलिया भी थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत की.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह व डीएसपी शिवरतन गोदारा भी चिड़ावा थाने पहुंचे. जिन्होंने समझाइश की. साथ ही आश्वस्त किया है कि जल्द ही नाबालिग लड़की को दस्तयाब कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल बड़ी संख्या में श्योपुरा गांव के लोग थाने में जमा है.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि रात को घटना के बाद जब फोन किया तो किसी ने रिसिव नहीं किया. इसके बाद जैसे तैसे पुलिस तक सूचना पहुंचाई गई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सुबह कार्रवाई करने की बात कही और चली गई. रात को पुलिस ने ना तो कोई नाकाबंदी करवाई और ना ही कोई मामले में गंभीरता दिखाई. जिसके चलते ग्रामीणों में गुस्सा हैं.