Jhunjhunu News: झुंझुनूं में यूरिया पाने के लिए किसानों में हाहाकार. एक आधार से किसान को महज दो यूरिया के बैग दिए जा रहे हैं और यूरिया के साथ किसानों को जबरदस्ती नैनो यूरिया के डिब्बे दिए जा रहे हैं. इस सीजन में जिले में 22000 मेट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है. वहीं दिसंबर महीने के लिए जिले में 5000 मेट्रिक टन यूरिया की जरूरत होगी.
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Jhunjhunu News: झुंझुनूं में डीएपी संकट की मार झेल चुके जिले के किसानों को अब यूरिया संकट का सामना करना पड़ रहा है. यूरिया पाने के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है, जिसके चलते 4 दिन बाद झुंझुनूं फल सब्जी क्रय विक्रय केंद्र पर यूरिया आई. इस दौरान क्रय विक्रय केंद्र पर किसानों को यूरिया आने की सूचना मिली तो किसानों की कतार लग गई. इतना ही नहीं यूरिया पाने के लिए महिला किसान भी क्रय विक्रय केंद्र पर पहुंची.
इस दौरान किसानों ने बताया कि यूरिया पाने के लिए सुबह से ही वह लाइन में लगे हुए हैं. एक आधार से किसान को महज दो यूरिया के बैग दिए जा रहे हैं और यूरिया के साथ किसानों को जबरदस्ती नैनो यूरिया के डिब्बे दिए जा रहे हैं. यूरिया पाने के लिए किसान नैनो यूरिया खरीदने को मजबूर हैं. जिले में लगातार यूरिया का संकट बना हुआ है, इस सीजन में जिले में 22000 मेट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है. वहीं दिसंबर महीने के लिए जिले में 5000 मेट्रिक टन यूरिया की जरूरत होगी. किसानों को जरूरत के मुताबिक यूरिया नहीं मिल पा रहा है.
यूरिया समय पर नहीं मिलने के कारण किसान डीएपी के बाद अब यूरिया संकट का सामना कर रहे हैं. समय पर यूरिया नहीं मिलने से रबी की फसल की पैदावार में भी फर्क पड़ने की संभावना है, जिसको लेकर किसान चिंतित हैं.
Reporter - Sandeep Kedia
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