किसान गर्जना रैली में झालावाड़ से 5 हजार किसान होंगे शामिल- अध्यक्ष धनसिंह गुर्जर
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1482661

किसान गर्जना रैली में झालावाड़ से 5 हजार किसान होंगे शामिल- अध्यक्ष धनसिंह गुर्जर

Jhalawar News: भारतीय किसान संघ द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान गर्जना रैली का आयोजन किया जाना है, जिसमें झालावाड़ जिले से भी हजारों किसान शामिल होंगे. 

किसान गर्जना रैली में झालावाड़ से 5 हजार किसान होंगे शामिल- अध्यक्ष धनसिंह गुर्जर

Jhalawar: भारतीय किसान संघ द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान गर्जना रैली का आयोजन किया जाना है, जिसमें झालावाड़ जिले से भी हजारों किसान शामिल होंगे. किसान गर्जना रैली की तैयारियों को लेकर भारतीय किसान संघ की झालावाड़ इकाई के पदाधिकारियों ने आज एक प्रेस वार्ता आयोजित की. और गर्जना रैली को लेकर किसानों के जाने से लेकर विभिन्न मांगों तक के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी. इस दौरान भारतीय किसान संघ जिला अध्यक्ष धनसिंह गुर्जर, अखिल भारतीय जैविक खेती प्रमुख हुकमचंद पाटीदार, जिला प्रचार प्रमुख महेश मैहर सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे. 

इस दौरान पद्मश्री सम्मान से पुरस्कृत जैविक खेती जनक किसान हुकमचंद पाटीदार ने कहा कि किसान की दुर्दशा के सामने सरकार के प्रयास नाकाफी हैं. सरकार को चेताने के लिए भारतीय किसान संघ आंदोलन की राह पर जाने को मजबूर हुआ है. भारतीय किसान संघ की ओर से लाभकारी मूल्य की मांगों को लेकर 19 दिसंबर को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान गर्जना रैली आयोजित की जाएगी. जिसे लेकर कार्यकर्ता गाँव गाँव में तैयारियों में जुटे हुए हैं. रैली में झालावाड़ जिले से भी 127 बसों के माध्यम से करीब 5 हजार किसान दिल्ली पहुंचेंगे. दिल्ली में लाखों की संख्या में किसान गर्जना रैली में शामिल होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करेंगे.

भारतीय किसान संघ फसलों के लाभकारी मूल्य की बात करता है, लेकिन एमएसपी के खिलाफ नहीं है. भारतीय किसान संघ के अनुसार एमएसपी फसल का लाभकारी मूल्य नहीं है. लाभकारी मूल्य मिले बिना किसान का भला नहीं हो सकता है. इस दौरान भारतीय किसान संघ पदाधिकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को अभी पूरा नहीं किया गया तो भारतीय किसान संघ शक्ति को मजबूर हो जाएगा और गांव का कोई भी किसान शहरों तक दूध सब्जी तथा अन्न का नही ले जाएगा. गांवो का शहरों से संपर्क बंद कर दिया जाएगा.

आंदोलन की प्रमुख मांगें

  • लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य का लागू कर इसको मिलना सुनिश्चित किया जाए.
  • सभी प्रकार के कृषि जिन्सों पर जीएसटी समाप्त हो.
  • किसान सम्मान निधि में पर्याप्त बढोतरी की जाए.
  • जीएम सरसों को अनुमति न दी जाए.
  • नदी जोड़ो परियोजना को प्राथमिकता दी जाए.
  • पूर्वी नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर शीघ्र क्रियान्विति सुनिश्चित हो.
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का सरलीकरण हो और दो वर्ष से लंबित मुआवजा शीघ्र जारी हो.

लाभकारी मूल्य की अवधारणा

सरकार द्वारा घोषित एमसपी में खेती के लिए खाद, बीज, सिंचाई समेत अन्य खर्च की लागत के साथ अकुशल श्रमिक के लिए निर्धारित दैनिक आय को जोड़ा जाता है. भारतीय किसान संघ एमएसपी में कुशल उद्यमी की आय जोड़ने की मांग रहा है. किसान संघ की लाभकारी मूल्य की अवधारणा में कृषि खर्च में स्थाई संसााधन (जैसे ट्यूबेल, पंप, सिंचाई उपकरण, बुवाई उपकरण, हार्वेस्टिंग मशीनरी सहित विभिन्न संशाधनों) का ह्रास मूल्य, खेत के किराए, लागत के ब्याज को जोड़कर उसमें 50 फीसदी लाभांश जोड़कर लाभकारी मूल्य की घोषणा की बात की जाती है. 

Reporter- Mahesh Parihar

Trending news