जालोर- राष्ट्रीय पोषण माह के तहत कृषि विज्ञान केंद्र केशवना में पोषण दिवस मनाया
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जालोर- राष्ट्रीय पोषण माह के तहत कृषि विज्ञान केंद्र केशवना में पोषण दिवस मनाया

कृषि विज्ञान केंद्र पर राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत सेलिब्रेट वर्ल्ड फॉर फ्लेवर थीम पर पोषण दिवस मनाया गया. 

जालोर- राष्ट्रीय पोषण माह के तहत कृषि विज्ञान केंद्र केशवना में पोषण दिवस मनाया

Jalore: केशवाना स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत सेलिब्रेट वर्ल्ड फॉर फ्लेवर थीम पर पोषण दिवस मनाया गया. पोषण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. आर.बी.सिंह और उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. भूपेंदर सिंह राठौड़ मुख्य अतिथि रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र प्रभारी एवं क्षेत्रीय निदेशक डॉ. इंद्रसिंह नरुका द्वारा की गई. 

कार्यक्रम में इफको के वरिष्ठ प्रबंधक निर्भय चौधरी विशिष्ट अतिथि रहे और कृषि अधिकारी डॉ. जितेन्द्र सिंह व महिला एवं बाल विकास विभाग की किरण आदि ने भी शिरकत की. कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ. विकास कुमार द्वारा तैयार की गई. वहीं, मंच संचालन केंद्र के कीट वैज्ञानिक डॉ. प्रकाश चंद यादव द्वारा किया गया. 

कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्र प्रभारी डॉ. इंद्र सिंह नरुका ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए पोषण वाटिका की उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की. वरिष्ठ प्रबंधक इफको, निर्भय चौधरी ने किसानों को नेनो उर्वरकों के उचित उपयोग से कृषि लागत कम करने के तरीकों के बारे में जानकारी दी. 

मुख्य अतिथि डॉ. आर.बी. सिंह ने किसानों को संबोधित कर घर के आस-पास पोषण वाटिका लगाने पर जोर दिया व पोषण से जुड़े अन्य पहलुओं को भी समझाया. कार्यक्रम के दौरान केंद्र के वैज्ञानिकों के द्वारा किसान गोष्ठी का भी आयोजन हुआ. 

डॉ. विकास ने खाद्य पिरामिड के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने विभिन्न फलों एवं सब्जियों से मिलने वाले पोषक तत्वों एवं विटामिन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उद्यान वैज्ञानिक डॉ. पवन पारीक ने फलों एवं सब्जियों के विभिन्न फायदे जैसे मिनरल विटामिंस एंटीऑक्सीडेंट इत्यादि के बारे में बताया. डॉ यादव ने किसानों की कीट समस्या का निवारण किया. साथ ही, कुपोषण की स्थिति, पोषण थाली और आवश्यक पोषक तत्वों के बारे में जानकारी प्रदान की. 

डॉ आनंद शर्मा ने खेती में मौसम विज्ञान के महत्व समझाते हुए महिलाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण वाटिका लगाने के लिए जैविक खाद बनाने की विधि के बारे में बताया और जैविक खाद के उपयोग के लिए प्रेरित किया. शस्य वैज्ञानिक बिरम गुर्जर ने बायो-फर्टीफाइड किस्मों के बारे में जानकारी दी. 

कार्यक्रम के दौरान आईसीएआर एवं इफको द्वारा प्रदत पोषण वाटिका किट सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, किसानों एवं किसान महिलाओं को वितरित किए गए. कार्यक्रम का समापन मुख्य अतिथियों द्वारा केंद्र में वृक्षारोपण कर किया गया. कार्यक्रम में महिला किसानों सहित करीब एक सौ अस्सी किसानों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में 30 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं भी मौजूद रही. 

Reporter- Dungar Singh

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