जालोर- दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का हुआ उद्घाटन
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जालोर- दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का हुआ उद्घाटन

Jalore news : समारोह को सम्बोधित करते हुए निशांत जैन ने कहा गांधी दर्शन एंव विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे । उन्होनें कहा कि गांधी सत्य एंव अहिंसा के सिद्धांतों पर पुरा विश्व अनुसरण कर रहा है।गांधी विचारक प्रो सतीश राय ने कहा सत्याग्रह के बिना कोई लोकतंत्र नहीं चल सकता है ।  

जालोर- दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का हुआ उद्घाटन

Jalore news : शांति एवं अहिंसा विभाग राजस्थान सरकार के निर्देशों की अनुपालना में जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन जीएनएम नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र, लेटा में आयोजित हुआ, जिसमें जिलेभर के सभी ब्लॉकों से चयनित गांधीवादी कार्यकर्ता ने शिरकत की.

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला कलक्टर निशांत जैन ने कहा कि गांधी दर्शन एवं विचार सदैव प्रासंगिक रहेगें. उन्होनें कहा कि गांधी के सत्य, एवं अहिंसा के सिंद्धातों पर भारत ही नहीं पुरा विश्व अनुसरण कर रहा है. गांधी के विचारों को जीवन में हर व्यक्ति को आत्मसात करना चाहिए. उन्होनें गांधी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला. दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर पर राज्य भूदान आयोग के सदस्य एवं गांधी दर्शन समिति के संयोजक नैन सिंह राजपुरोहित ने स्वागत भाषण देते हुए प्रशिक्षण शिविर की उपादेयता के संबंध में जानकारी दी.

बनारस से पहुंचे गांधीवादी विचारक प्रो. सतीश राय ने कहा कि सत्याग्रह के बिना दुनिया का कोई लोकतंत्र नहीं चल सकता. प्रो. राय ने सत्याग्रह दर्शन एवं बुनियादी सिद्धांतों के संबंध में वार्ता देते हुए कहा कि सत्य, अहिंसा एवं प्रेरणा सत्याग्रह के तत्व है. सत्य शाश्वत एवं सर्वभौम है जबकि अहिंसा वीर, साहसी एवं यौद्धाओं का गुण है. व्यक्ति के मन, चित्त एवं आत्मा को अहिंसा से ही जीता जा सकता है.
प्रो. राय ने महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी राम भक्त के साथ राजनैतिक, नैतिक एवं आध्यात्मिक नायक थे. उन्होनें गांधी के चम्पारन जन आंदोलन की तुलना पोकरण से करते हुए कहा कि सांस्कृतिक सूत्र देश को जोड़ते है. गांधी जी ने स्वतंत्रता आंदोलन में गरम एवं नरम दल का समन्वय संगम की तरह करते हुए उनके एकाकार चरित्र की व्याख्या की.

समारोह के प्रारंभ में अतिथि के रूप में उपस्थित जिला कलक्टर निशांत जैन, प्रो. सतीश राय, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय वासू, गांधी दर्शन समिति के नैन सिंह राजपुरोहित, विरेन्द्र जोशी एवं लक्ष्मण सिंह सांखला ने गांधी की तस्वीर के आगे दीप प्रज्ज्वलन कर प्रशिक्षण शिविर का विधिवत् शुंभारंभ किया. अतिथिओं को सूत की माला पहनाकर अभिनंदन किया गया.
प्रशिक्षण शिविर के द्वितीय सत्र में डॉ. वगताराम चौधरी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी की भूमिका पर वार्ता देते हुए गांधी के बताए श्रम, स्वावलम्बन एवं अस्पृश्यता को समाज के लिए महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम के दौरान विक्रम पूरी ने रधुपति राधव राजा राम तथा साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल भजन एवं गायन की आकर्षक प्रस्तुति दी. प्रशिक्षण में विभागीय अधिकारियों द्वारा राज्य सरकार की योजना यथा स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग पर पीपीटी के माध्यम से वार्ता भी दी गई.

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को जनघोषणा पत्र, फ्लैगशिप योजनाओ, सूजस एवं अन्य साहित्य का वितरण किया गया. इस अवसर पर कोषाधिकारी हमीराराम मेघवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमा शंकर भारती, नगरपरिषद आयुक्त दिलीप माथुर, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीराम गांदारा, एसई डिस्कॉम महेश व्यास, डाईड प्राचार्य भैराराम चौधरी, तहसीलदार पारसमल, सेवानिवृत अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश सोंलकी, संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी योगेश कुमार सहित विभागीय अधिकारी एवं जिले के सभी उपखण्डों की ग्राम पंचायतों से प्रशिक्षण में पहुंचे गांधीवादी विचारक उपस्थित थे.

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