नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के साथ नागों की भी पूजा की जाती है. इस बार नाग पंचमी 9 अगस्त, शुक्रवार को पड़ रही है.
काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए नाग पंचमी के दिन लोग कई उपाय करते हैं. वहीं, राजस्थान में एक ऐसा मंदिर है, जिसमें स्थित नाग कुंड में स्नान करने से काल सर्प दोष दूर हो जाता है.
पुष्कर जिले की नाग पहाड़ी की तलहटी में स्थित पंचकुंड में एक बहुत प्राचीन नाग मंदिर और नाग कुंड है. नागपंचमी के दिन यहां बड़ी संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं.
मान्यता है कि जिस व्यक्ति के कुंडली में काल सर्प दोष हो, यदि वो इस नाग कुंड में स्नान कर ले तो काल सर्प दोष दूर हो जाता है.
नाग पंचमी के दिन यहां आने वाले भक्त नाग कुंड में स्नान के बाद नाग मंदिर में पूजन के साथ ही भगवान शिव की भी आराधना करते है. कहा जाता है कि ऐसा करने से हर मनोकामना पूरी होती है.
माना जाता है यदि निसंतान दंपती यहां आकर विधि विधान से पूजन करें, तो उसकी इच्छा जरूरी पूरी होती है और उसे संतान सुख प्राप्त होता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़