बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, भर्ती की मांग को लेकर सीएम को दिया ज्ञापन
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बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, भर्ती की मांग को लेकर सीएम को दिया ज्ञापन

डूंगरपुर जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने अनिवार्य कला शिक्षा (चित्रकला /संगीत) विषय के द्वितीय और तृतीय श्रेणी के पद सृजित कर भर्ती सहित अनेक मांगो को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. 

 बेरोजगार कला शिक्षकों (अभ्यार्थियों) ने प्रदर्शन किया.

Dungarpur Art Teacher Protest: प्रदेश में कला शिक्षा के पद सृजित करने की मांग को लेकर पिछले डेढ़ दशक से चल रहे आंदोलन के तहत बेरोजगार कला शिक्षकों (अभ्यार्थियों) ने प्रदर्शन किया. डूंगरपुर जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने अनिवार्य कला शिक्षा (चित्रकला /संगीत) विषय के द्वितीय और तृतीय श्रेणी के पद सृजित कर भर्ती सहित अनेक मांगो को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने कार्यवाहक कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और मांगों को पूरा करने की मांग की है.

राजस्थान कला और संस्कृति के लिए पहचाना जाता रहा 
ज्ञापन देने आये कला शिक्षा अभ्यर्थियों ने कहा कि राजस्थान कला और संस्कृति के लिए पहचाना जाता है. फिर भी प्रदेश में कलाकारों के प्रति सरकार की ओर से उदासीनता बरती जा रही है . प्रत्येक सरकारी या गैर सरकारी आयोजनों का शुभारंभ गीत संगीत, नृत्य के साथ होता है. सभी आयोजनों में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित होती है. परंतु बच्चों को इसका प्रारंभिक ज्ञान देने वाले कला शिक्षक नहीं है.

 शिक्षकों के पद वर्षों से खाली पड़े
चित्रकार डॉ अभिलाषा भावसार ने कहा कि चित्रकला और संगीत के माध्यम से बच्चों की मानसिक स्थिति में सुधार आता है. बच्चे अपनी कल्पनाओं को चित्र और संगीत के माध्यम से प्रस्तुत करते है तो तनाव कम होता है. लेकिन स्कूलों में विषय होते हुए भी शिक्षकों के पद वर्षों से खाली पड़े हैं . लेकिन सरकार की ओर से अलग से कला विषय के शिक्षको की भर्ती नहीं निकाली जा रही है.

ज्ञापन में कला अभ्यर्थियों ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा गठित विश्विद्यालयों के कला विशेषज्ञों की कमेटी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट अनुशंषा को तत्काल लागू करने, प्रारम्भिक व माध्यमिक स्तर तक कला शिक्षकों(चित्रकला संगीत) के तृतीय और द्वितीय श्रेणी के पद सृजित कर भर्ती निकालने, आईटीई 2009 के प्रावधानों में कला शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, कार्य शिक्षा विषय शिक्षण के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के प्रावधान है.

भर्ती कर नियुक्तियां देने की मांग 
इन प्रावधानों नियमों को तत्काल लागू कर कला शिक्षकों के पद सृजित कर भर्ती कर नियुक्तियां देने और  विभाग द्वारा स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय के शिक्षण के लिए शारीरिक अनुदेशकों के पद सृजन की तरह समकक्ष विषय अनिवार्य कला शिक्षा विषय के शिक्षण के लिए कला शिक्षकों अनुदेशकों के द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के पदों को सृजित कर भर्ती कर नियुक्तियां देने की मांग की है.

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इस दौरान  चित्रकार रूपेश भावसार, डॉ अभिलाषा भावसार, सुनील जोशी,  हितेश पाटीदार, यौवन मोची, रमेश असोड़ा, महेश रोत, ईशवरलाल डामोर, यूनिक सोमपुरा, नमन पंड्या मौजूद रहे.

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