डूंगरपुर जिले सागवाड़ा फारेस्ट रेंज के अधिकारी ने बताया की सागवाडा पंचायत समिति की घोडापाल पंचायत सहित आसपास के क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट था.
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Sagwara: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा फॉरेस्ट रेंज के घोड़ापाल पंचायत क्षेत्र में पिछले 6 माह से चली आ रही पैंथर की दहशत अब खत्म हो गई है. वन विभाग की ओर से घोडापाल गांव में स्थित निजी फार्म पर लगाए गए एक पिंजरे में पैंथर कैद हो गया है. पैंथर के पिंजरे में कैद होने की सुचना पर मौके पर लोगो की भीड़ जमा हो गई. वहीं ग्रामीणों ने पैंथर के पकडे जाने पर राहत की सांस ली.
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डूंगरपुर जिले सागवाड़ा फारेस्ट रेंज के अधिकारी ने बताया की सागवाडा पंचायत समिति की घोडापाल पंचायत सहित आसपास के क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट था. आए दिन पैंथर कही न कही मवेशियों का शिकार कर रहा था, जिसके चलते ग्रामीण परेशान थे और ग्रामीणों की जान पर भी खतरा बना हुआ था. ग्रामीणों ने इस सम्बन्ध में वन विभाग से पैंथर को रेस्क्यू करने की मांग की थी.
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर घोडापाल में एक निजी फार्म पर बकरे को पिंजर में रखकर लगाया गया, जिस पर लगातार नजर रखी जा रही थी, लेकिन पैंथर ट्रेप नहीं हो रहा था. वहीं काफी लंबे इंतजार के बाद पैंथर बकरे के शिकार के चक्कर में पिंजरे में कैद हो गया, इसके बाद ग्रामीणों ने पिंजरे में पैंथर फंसा देखा.
ग्रामीणों ने मामले की सुचना वन विभाग को दी. सुचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इधर पैंथर के पिंजरे में कैद होने की सुचना मिलने पर लोगो की मौके पर भीड़ जमा हो गई. वहीं वन विभाग ने वन विभाग की गाडी मंगवाकर पिंजरे सहित पैंथर को गाडी में रखवाया. इसके बाद वन विभाग ने पैंथर को उदयपुर भिजवाया है, इधर लंबे समय से पैंथर की दहशत से परेशान ग्रामीणों ने पैंथर के पकडे जाने पर राहत की सांस ली है.
Reporter: Akhilesh Sharma