डूंगरपुर: पशुओं में लंपी संक्रमण का बढ़ा खतरा, फिर भी इलाज के नहीं खास इंतजाम
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डूंगरपुर: पशुओं में लंपी संक्रमण का बढ़ा खतरा, फिर भी इलाज के नहीं खास इंतजाम

लम्पी वायरस का खतरा  बढ़ने लगा है और अभी तक 879 केस लम्पी वायरस के संक्रमण के आए हैं, जिसमें से 12 से अधिक मवेशियों की संक्रमण की चलते मौत हुई है.

पशुओं में लंपी संक्रमण का बढ़ा खतरा

Dungarpur: जिले में भी अब लम्पी वायरस का खतरा  बढ़ने लगा है. अभी तक 879 केस लम्पी वायरस के संक्रमण के आए हैं, जिसमें से 12 से अधिक मवेशियों की संक्रमण की चलते मौत हुई है. वहीं 150 मवेशी इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. साथ ही वर्तमान में 721 केस एक्टिव है. संक्रमित पशुओं के इलाज के लिए अब भी कोई खास इंतजाम नहीं दिख रहे हैं, हालांकि तीन दिन पहले ही डूंगरपुर पशुपालन विभाग के पास 15 हजार वैक्सीन पहुंची है. दो साल पहले कोरोना संक्रमण ने इंसानों पर कहर बरपाया था, वहीं अब लम्पी संक्रमण प्रदेश में बेजुबान मवेशियों को काल का ग्रास बना रहा है. 

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इधर, प्रदेश के कई जिलों में फैले लम्पी वायरस का प्रकोप डूंगरपुर जिले में भी बढ़ने लगा है. डूंगरपुर जिले में 7 लाख से अधिक पशुधन है, जिसमें से अभी तक डूंगरपुर जिले में 879 मवेशियों में लम्पी वायरस की पुष्टि हुई है, जिसमें से 12 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है. हालांकि कई मवेशियों की मौत की जानकारी विभाग को भी नहीं है. इधर, संक्रमित मवेशियों में से 150 मवेशी इलाज के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं और वर्तमान में 721 केस एक्टिव हैं. वहीं 6 दिन पहले एक्टिव केस 426 थे. यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. लम्पी वायरस से संक्रमित मवेशियों का पशु चिकित्सा विभाग की देखरेख में उपचार किया जा रहा है, लेकिन विभाग की ओर से अब तक किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं. 

जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग कर रहे जागरूक
डूंगरपुर जिले में धीरे-धीरे बढ़ रहे लम्पी वायरस संक्रमण को लेकर डूंगरपुर जिला प्रशासन और पशु पालन विभाग पशुपालकों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. जिला कलेक्टर डॉ. इन्द्रजीत यादव सहित अभी अधिकारी और कार्मिक गांवों का दौरा करते हुए लम्पी संक्रमण पशुपालकों को लम्पी वायरस संक्रमण से पशुओं को बचाने, संक्रमित पशुओ को स्वस्थ पशुओ से दूर रखने व उनके आयुर्वेदिक उपचार के लिए जागरूक भी कर रहे हैं.

गोटप्रोक्स वेक्सिन की मिली 15 हजार डोज
पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ. दिनेश चन्द्र बामनिया ने बताया कि डूंगरपुर जिले के पशुओं में फैल रहा, लेकिन लम्पी स्किन डिजीज से परेशान पशुपालकों के लिए राहत की खबर आई है. नेशनल रिसर्च सेंटर हिस्सार, हरियाणा से डूंगरपुर जिले को गोटप्रोक्स वेक्सिन की 15 हजार डोज मिली है| बामनिया ने बताया की पशुओं में लम्पी वायरस की रोकथाम के लिए गोटप्रोक्स वेक्सिन की 15 हजार डोज मिली है| प्रथम चरण में रिंग वेक्सिनेशन के तहत जंहा लम्पी वायरस के केस मिले हैं, उस क्षेत्र की 5 किलोमीटर परिधि क्षेत्र में सभी पशुओं को टीका लगाया जाएगा, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके. वहीं इस काम के लिए विभाग ने 15 टीमो का गठन किया है. इसके बाद वेक्सिन की उपलब्धता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से जिले के सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा.

फिलहाल प्रदेश के अन्य जिलों की तरह डूंगरपुर जिले में लंपी संक्रमण का खतरा अब बढ़ने लगा है. कई पशुओं में वायरस संक्रमित होने के बाद भी उनकी जांच सही तरीके से नहीं होने की वजह से इलाज नहीं मिल रहा है, ऐसे में मूकबधिर पशुओं पर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे ही हालात बढ़ते गए तो कई मवेशी दम तोड देंगे. हालांकि वैक्सीन मिलने के बाद पशुपालन विभाग को उम्मीद है कि संक्रमण में कमी आएगी. 

Reporter: Akhilesh Sharma

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