डूंगरपुर कलेक्टर ने ली मिशन बुलंदी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक, बच्चों में अभिव्यक्ति का कौशल विकसित करने के दिए निर्देश
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डूंगरपुर कलेक्टर ने ली मिशन बुलंदी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक, बच्चों में अभिव्यक्ति का कौशल विकसित करने के दिए निर्देश

 डूंगरपुर जिला कलेक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने ‘मिशन बुलंदी: पढेंगा डूंगरपुर- बोलेगा डूंगरपुर -बढ़ेगा डूंगरपुर’ नवाचार प्रोजेक्ट की जिला परिषद सभागार में बैठक ली. बैठक में कलेक्टर ने प्रजेक्ट की समीक्षा करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बच्चों में अभिव्यक्ति का कौशल विकसित करने के निर्देश दिए हैं.

डूंगरपुर कलेक्टर ने ली मिशन बुलंदी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक, बच्चों में अभिव्यक्ति का कौशल विकसित करने के दिए निर्देश

डूंगरपुरः जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री ने ‘मिशन बुलंदी: पढेंगा डूंगरपुर- बोलेगा डूंगरपुर -बढ़ेगा डूंगरपुर’ नवाचार प्रोजेक्ट की जिला परिषद सभागार में शिक्षा विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की. कलेक्टर ने पूर्व प्रोजेक्ट में नव समायोजन करते हुए पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए. उन्होंने कहा कि इस नवाचार का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पढ़ने के प्रति जिज्ञासा, अभिव्यक्ति कौशल विकास, विश्लेषणात्मक प्रवृत्ति का विकास के साथ-साथ सर्वांगीण विकास करना है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों में पुस्तकों को पढ़ने की प्रवृत्ति कम होती जा रही है, बच्चों में जिज्ञासु प्रवृत्ति उत्पन्न हो इसके लिए आवश्यक है कि वह अपनी रुचि की पुस्तकें अधिक से अधिक पढ़ें,

 साथ ही उस ज्ञानार्जन का विश्लेषण करने तथा उसको अभिव्यक्त करने का कौशल भी विकसित होना आवश्यक है, ऐसे में मिशन बुलंदी को आधार बनाकर बच्चों के विकास के लिए इस नवाचार को पूरी टीम के साथ ऊर्जा और सकारात्मकता से क्रियान्वयन किया जाएगा. बैठक में उन्होंने सभी सीबीईओ को संबोधित करते हुए कहा कि कक्षा 6 से 8 में बच्चों को नवाचार के माध्यम से ऐसी पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएं, जिसमें उनकी रूचि हो और साथ ही साथ ही ज्ञानवर्धक हो.

साथ ही प्रतिदिन 3 बच्चों को कक्षा-कक्ष में ही पढ़े हुए ज्ञान की अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान किया जाएं. जिला कलक्टर मंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट के अनुसार तय समयावधि के बाद विभिन्न चरणों में पंचायत , ब्लॉक एवं जिला स्तर पर भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इन आयोजनों में जिला स्तरीय अधिकारी प्रभावी मॉनिटरिंग करेंगे. 

जिला कलेक्टर मंत्री ने निर्देशित किया कि हमारा कार्य बच्चों को केवल पुस्तकें उपलब्ध कराना ही नहीं है, वरन उन्हें पढ़ने के लिए भी प्रेरित करना, बच्चों में अभिव्यक्ति का कौशल विकसित करना भी है, ऐसे में जिले में वातावरण निर्माण करते हुए इस प्रोजेक्ट के लिए हम सभी एक टीम रूप में समन्वित प्रयास करेंगे.

रिपोर्टर- अखिलेश शर्मा

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