जानिए राजस्थान में मानसून से पहले कितना तैयार है कृषि विभाग, कैसे मिलेगा यूरिया खाद और डीएपी
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जानिए राजस्थान में मानसून से पहले कितना तैयार है कृषि विभाग, कैसे मिलेगा यूरिया खाद और डीएपी

डूंगरपुर जिले में मानसून आने से पहले कृषि विभाग ने अपनी तैयारिया शुरू कर दी है. इस बार डूंगरपुर कृषि विभाग ने जिले में एक लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य रखा है. 

एक लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रखा बुवाई का लक्ष्य.

Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में मानसून आने से पहले कृषि विभाग ने अपनी तैयारिया शुरू कर दी है. इस बार डूंगरपुर कृषि विभाग ने जिले में एक लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य रखा है. वहीं, खरीफ की फसल में किसानों को समय पर यूरिया खाद और डीएपी की उपलब्धता के लिए भी विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है.

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प्रदेश के डूंगरपुर जिले में 20 जून के बाद मानसून की दस्तक हो जाती है. इसी को देखते हुए मानसून से पूर्व डूंगरपुर कृषि विभाग जिले में खरीफ की फसल की बुवाई को लेकर अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. डूंगरपुर जिले के कृषि विभाग के उप निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि डूंगरपुर जिले में 20 जून के आस-पास मानसून सक्रीय होने का अनुमान है. उन्होंने बताया की डूंगरपुर जिले में कृषि विभाग द्वारा इस बार खरीफ की फसल के लिए एक लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. 

उप निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि डूंगरपुर जिले में खरीफ के तहत प्रमुख रूप से मक्का की फसल की जाती है ऐसे में सर्वाधिक 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की फसल बोये जाने का अनुमान है. इसके अलावा 40 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, 15 हेक्टेयर में उड़द, 15 हेक्टेयर में धान और 5 हेक्टेयर क्षेत्र में छोटे धान की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, उप निदेशक कटारा ने बताया कि हर बार सीजन में यूरिया खाद और डीएपी की खेप समय पर नहीं आने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसलिए इस बार अभी से कृषि विभाग की ओर से यूरिया खाद और डीएपी की सप्लाई के लिए उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है ताकि समय पर यूरिया और डीएपी की सप्लाई पहुंच सके. कटारा ने बताया कि जिले में खरीफ की फसल के लिए 800 से एक हजार मीट्रिक टन डीएपी और 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरुरत पड़ेगी, जिसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.

Report: Akhilesh Sharma

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