Dholpur News: नम आंखों से शहीद राम किशोर को दी गई अंतिम विदाई, शव यात्रा में जिंदाबाद की लगे नारे
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Dholpur News: नम आंखों से शहीद राम किशोर को दी गई अंतिम विदाई, शव यात्रा में जिंदाबाद की लगे नारे

Dholpur News: धौलपुर जिले के राजाखेड़ा उपखंड क्षेत्र के गांव दूल्हे राय का घेर निवासी बीएसएफ के जवान रामकिशोर की कश्मीर के बडगाम जिले में खाई में पलटने से बस में हुई मौत के बाद पार्थिव शरीर गांव पहुंच गया.

 

Dholpur News: नम आंखों से शहीद राम किशोर को दी गई अंतिम विदाई, शव यात्रा में जिंदाबाद की लगे नारे

Dholpur News: धौलपुर जिले के राजाखेड़ा उपखंड क्षेत्र के गांव दूल्हे राय का घेर निवासी बीएसएफ के जवान रामकिशोर की कश्मीर के बडगाम जिले में खाई में पलटने से बस में हुई मौत के बाद पार्थिव शरीर गांव पहुंच गया. पार्थिव शरीर को देखते ही शहीद रामकिशोर की पत्नी पूजा समेत परिजन और ग्रामीणों में मातम पसर गया.

पत्नी की पार्थिव शरीर से लिपटकर चीख पुकार निकल गई. इस दौरान ग्रामीणों द्वारा जब तक सूरज चांद रहेगा, रामकिशोर तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए गए. घर से शहीद रामकिशोर की अंतिम यात्रा उनके खेत तक निकाली गई. इस दौरान हजारों की तादाद में आसपास के गांव के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

 केन्द्रीय राज्यमंत्री एसपीसिंह बघेल, जिला प्रभारी एवं राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी समेत तमाम प्रशासन के अधिकारी और राजनेता अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे. अंतिम यात्रा के दौरान समूचा गांव शहीद रामकिशोर अमर रहे के नारों से गुंजायमान हो गया.

अंत्योसटी स्थल पर लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा. जिला प्रभारी मंत्री, जिला कलेक्टर समेत तमाम अधिकारी और नेताओं ने शहीद की पार्थिव देह को पुष्प चक्र अर्पित किए. शहीद राम किशोर को गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी गई. सेना के जवानों द्वारा शहीद के सम्मान में तीन राउंड फायरिंग की गई.

शहीद रामकिशोर की चाची भूरी देवी ने बताया रामकिशोर का सपना शुरू से ही देश की सेवा करना चाहता था. पढ़ाई की शुरुआत करते ही उसने सेना में जाने का लक्ष्य बना लिया था. वर्ष 2019 में रामकिशोर सेना में भर्ती हुआ था.  सेना में भर्ती होने के बाद रामकिशोर में बड़ी तब्दीली आई थी. जब भी छुट्टी लेकर घर आता था तो सभी से मिलजुल कर रहता था.

रामकिशोर 20 दिन की छुट्टी लेकर हाल ही में घर आया था. 11 सितंबर को छुट्टी की अवधि पूरी होने पर परिवार के सभी सदस्यों से मिलजुल कर वापस ड्यूटी पर गया था. लेकिन कश्मीर में हुए हादसे में रामकिशोर शहीद हो गया. पत्नी पूजा के हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी थी, 8 महीने पूर्व ही दोनों की शादी हुई थी.

शहीद रामकिशोर की पत्नी पूजा का रो रो कर बुरा हाल हो गया है. 7 दिसंबर 2023 को रामकिशोर की शादी पूजा के साथ हुई थी. महज 8 महीने के अंतराल में पूजा का सुहाग उजड़ गया. पत्नी पूजा के हाथों की मेहंदी भी अभी तक नहीं छूट पाई है. पत्नी मां पिता और भाइयों को भारी सदमा लगा है.

बीएसएफ के जवानों की बस शुक्रवार को कश्मीर में चुनावी ड्यूटी करने जा रही थी. बड़गाम जिले के ब्रेल वाटरहेल इलाके बीएसएफ के जवानों से भरी बस पहाड़ी से खाई में गिर गई, जिस हादसे में रामकिशोर समेत चार जवान शहीद हो गए. वही 36 जवान बीएसएफ के घायल हुए हैं.

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