दौसा में अब कोई भी बच्चा नहीं रहेगा कुपोषित, कलेक्टर कमर चौधरी ने उठाया बीड़ा
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दौसा में अब कोई भी बच्चा नहीं रहेगा कुपोषित, कलेक्टर कमर चौधरी ने उठाया बीड़ा

अब तक 100 के करीब शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जिनकी खुद कलेक्टर कमर चौधरी प्रभावी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की जिले भर में पहले कलेक्टर द्वारा स्क्रिनिंग करवाई गई और उसके बाद में महिला बाल विकास, महिला अधिकारिता विभाग, पंचायत राज, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग को लेकर मिशन आर्या का गठन किया गया.

दौसा में अब कोई भी बच्चा नहीं रहेगा कुपोषित, कलेक्टर कमर चौधरी ने उठाया बीड़ा

Dausa: दौसा जिले में अब कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार नहीं होगा. इसके लिए कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने बीड़ा उठाया है और मिशन आर्या का गठन किया. मिशन आर्य के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों में 12 दिवसीय पोषण शिविर आयोजित किए जा रहे.

अब तक 100 के करीब शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जिनकी खुद कलेक्टर कमर चौधरी प्रभावी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की जिले भर में पहले कलेक्टर द्वारा स्क्रिनिंग करवाई गई और उसके बाद में महिला बाल विकास, महिला अधिकारिता विभाग, पंचायत राज, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग को लेकर मिशन आर्या का गठन किया गया.

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शिविर के दौरान एक और जहां बच्चों को हेल्दी डाइट दी जा रही है तो वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों की जांच कर उन्हें दवा भी दी जा रही है, जिससे कुपोषित और अति कुपोषित बच्चे जल्द से जल्द रिकवर हो सके. शिविर के बाद भी प्रशासन द्वारा इन बच्चों की मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे बच्चे फिर से कुपोषण का शिकार नहीं हो शिविर के दौरान खुद कलेक्टर पहुंचते हैं और बच्चों और उनके परिजनों से संवाद करते हैं. साथ ही परिजनों को बच्चों का विशेष ख्याल रखें इसकी भी सलाह दे रहे हैं, जिससे बच्चे फिर से कुपोषण का शिकार नहीं हो.

ग्राम पंचायतों पर महिला क्लब का भी गठन किया गया
वहीं, मिशन आर्या के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों पर महिला क्लब का भी गठन किया गया है, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, साथिन, महिला वार्ड पंच, सरपंच, सुरक्षा सखी, तीन स्कूल की छात्राएं, बीट कांस्टेबल और राजीविका स्वयं सहायता समूह की मुखिया को इसमें शामिल किया गया है. महिला क्लब की सदस्यों को महिलाओं और बच्चों से जुड़े अधिकारों और कानून की जानकारी दी जाएगी और फिर वह गांव की महिलाओं और बच्चों को जागरूक करेंगी. साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋण देकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित भी किया जाएगा.

गुड टच और बैड टच की भी शिक्षा दी जाएगी
वहीं, मिशन आर्या के तहत महिलाओं और बच्चों को स्पोकन इंग्लिश पर्सनालिटी डवलपमेंट, स्किल डवलपमेंट का पाठ पढ़ाया जाएगा तो वही बच्चों को गुड टच और बैड टच की भी शिक्षा दी जाएगी, जिससे बच्चे यौन उत्पीड़न का शिकार नहीं हो. वहीं महिलाओं को सेल्फ डिफेंस के गुर भी सिखाए जाएंगे. इसके लिए प्रशिक्षण करता तैयार कर लिए गए हैं और इसी माह में यह काम शुरू कर दिया जाएगा.

कलेक्टरों को जिलों में नवाचार करने के निर्देश 
पिछले दिनों सूबे के सीएम अशोक गहलोत और मुख्य सचिव ऊषा शर्मा द्वारा प्रदेश के कलेक्टरों को जिलों में नवाचार करने के निर्देश दिए थे, जिसके चलते कलेक्टर कमर चौधरी ने जिले की टीम के साथ महिलाओं बच्चों पर विशेष फोकस करते हुए मिशन आर्या का गठन किया और उस पर तीव्र गति से काम भी शुरू किया, जिसके सुगम परिणाम भी सामने आने लगे हैं. अब वह दिन दूर नहीं जब जिले के बच्चों में से कुपोषण की बीमारी हमेशा हमेशा के लिए खत्म होगी. वहीं, मिशन के तहत जिले की महिलाओं को एनीमिया से भी उबारने का काम किया जा रहा है. स्कैनिंग में जिले में 60000 महिलाएं एनीमिया की शिकार पाई गई है.

Reporter- LAXMI AVATAR SHARMA

 

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