Dausa news: गुर्जर आंदोलन में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, अपनों को याद कर परिजनों के छलके आंसू
Advertisement

Dausa news: गुर्जर आंदोलन में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, अपनों को याद कर परिजनों के छलके आंसू

Dausa news: 2007 के गुर्जर आंदोलन की बरसी पर श्रद्धांजलि सभा, जहां उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित कार भावभीनी श्रद्धांजलि दी पुष्पांजलि अर्पित करते समय जिन लोगों की पुलिस की गोली से मौत हुई थी, उनके परिजनों के आंसू छलक पड़े. 

Dausa news: गुर्जर आंदोलन में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, अपनों को याद कर परिजनों के छलके आंसू

Dausa news: गुर्जर आरक्षण आंदोलन की शुरुआत दौसा जिले के पीपलखेड़ा से मई 2007 में हुई जहां 29 मई 2007 को गुर्जर समाज के लोगों का पुलिस से आमना-सामना हुआ इस दौरान पुलिस की गोली से 6 लोगों की मौत हुई आज उसी की याद में गुर्जर समाज द्वारा यहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जहां गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला , पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह , भूरा भगत बंटी प्रधान , एडवोकेट टीकम गुर्जर सहित बड़ी तादाद में गुर्जर समाज के लोग पहुंचे जहां उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित कार भावभीनी श्रद्धांजलि दी पुष्पांजलि अर्पित करते समय जिन लोगों की पुलिस की गोली से मौत हुई थी. उनके परिजनों के आंसू छलक पड़े जिन्हें वहां मौजूद समाज के लोगों ने सांत्वना देकर चुप करवाया.

इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए विजय बैंसला ने चेतावनी भरे स्वर में राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा पूर्व में समाज के साथ जो समझौते सरकार ने किए थे उन समझौतों को सरकार जल्द से जल्द लागू करें बैंसला ने कहा गुर्जर समाज इस मसले को लेकर सीरियस है अब सरकार भी सीरियस होकर इनका समाधान करें वही बैंसला ने कहा प्रदेश में गुर्जर समाज 75 से भी अधिक विधानसभा सीटों को प्रभावित करता है और 28000 से लेकर 72000 तक उनके हर विधानसभा में वोट है ऐसे में इस दायरे में प्रदेश की 12 लोकसभा सीटें भी आती है ऐसे में राजनीतिक दल उन्हें राजनीति में संख्या बल के हिसाब से प्रतिनिधित्व दे.

वहीं विजय बैंसला ने समाज के युवाओं से आह्वान करते हुए कहा जिन लोगों ने आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी जब युवा पढ़ाई पर विशेष फोकस करें कंपटीशन का दौर है और उसमें सफलता तभी संभव है जब वह पढ़ाई से प्यार करें तब कहीं जाकर समाज के उन वीर सपूतों की शहादत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

यह भी पढ़ें- अजमेर की वो काली कहानी जिसमें है 100 से ज्यादा लड़कियों की चीख, जुलाई में पर्दे पर दिखेगा सियाह सच

Trending news