Dausa News: दौसा जिले के सदर थाना क्षेत्र के पुरोहित का बास गांव निवासी ओमप्रकाश बैरवा पिछले तीन दिन से कलक्ट्रेट के सामने धरना दे रहे है. नोकरी के नाम पर उनके साछ 2019 में उनके साथ 5 लौगों ने 82 लाख की धोखाधडी की थी जिसमें विधायक ओपी हुड़ला ओर आईएएस केदार मीणा भी शामिल थे.
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Dausa News: दौसा कलेक्ट्रेट के सामने पिछले 3 दिन से सदर थाना क्षेत्र के पुरोहित का बास गांव निवासी ओमप्रकाश बैरवा नौकरी के नाम पर 20 युवकों से 82 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए महवा विधायक ओमप्रकाश हुडला की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है, जबकि पुलिस का कहना है परिवाद में विधायक ओपी हुडला का नाम होने से मामला सीआईडी सीबी (CID CB) को सौंपा गया था. सीआईडी सीबी ने जांच के बाद परिवादी सहित चार लोगों को आरोपी माना. वहीं महवा विधायक ओमप्रकाश हुडला और यूपी कैडर के आईएएस केदार मीणा को जांच में आरोप मुक्त किया गया है. साथ ही सीआईडी सीबी (CID CB) की जांच के बाद पुलिस के जरिए परिवादी ओमप्रकाश बैरवा और रामफूल मीणा को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था तो वही जल सिंह मीणा की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से रोक है शेष बचे आरोपी भगवान सहाय योगी की तलाश जारी है.
क्या है मामला
दरअसल, 26 नवंबर 2019 को ओमप्रकाश बैरवा ने दौसा सदर थाने में कोर्ट इस्तगासा के जरिए दिल्ली उद्योग विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 20 युवकों से 82 लाख रुपए की ठगी का आरोप लगाते हुए 5 लोगों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध करवाया था जिसमें महवा विधायक ओमप्रकाश हुडला , यूपी कैडर के आईएएस केदार मीणा , रामफूल मीणा , जल सिंह मीणा और भगवान सहाय योगी पर ठगी का आरोप लगाया था. विधायक पर आरोप के लगते सदर थाना पुलिस ने मामले को सीआईडी सीबी को सौंप दिया था. सीआईडी सीबी ने जांच के बाद कार्रवाई के लिए दौसा सदर थाने में फिर से पत्रावली भेजी जिसमें परिवादी सहित चार लोगों को आरोपी माना गया.
दौसा सदर थाना अधिकारी संजय पूनिया ने बताया सीआईडी सीबी की जांच के बाद पत्रावली उनके पास आई तो उसमें खुद परिवादी ओमप्रकाश बैरवा को सीआईडी सीबी ने दोषी माना साथ ही रामफूल मीणा , जल सिंह मीणा और भगवान सहाय योगी को भी आरोपी माना. जिसके चलते पूर्व में ओमप्रकाश बैरवा और रामफूल मीणा को गिरफ्तार किया जा चुका है तो वही जल सिंह मीणा की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से रोक लगी हुई है साथ ही शेष बचे आरोपी भगवान सहाय योगी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
हो रही है गलत कार्रवाई
वही, परिवादी ओमप्रकाश बैरवा का कहना है पुलिस राजनीतिक रसूख के चलते गलत कार्रवाई कर रही है जो दोषी थे उन्हें बचाया जा रहा है और परिवादी को ही गिरफ्तार कर मामले में फंसा दिया गया अब धरना दे रहे परिवादी ओमप्रकाश बैरवा का कहना है पुलिस दबाव में सबूत नष्ट कर रही है लेकिन जब तक मामले में निष्पक्ष कार्यवाही नहीं होगी उसका धरना अनवरत जारी रहेगा.
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