उदयपुर हत्याकांड मामले को लेकर सरदारशहर के बाजार रहे बंद, जगह-जगह पुलिस तैनात
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1239765

उदयपुर हत्याकांड मामले को लेकर सरदारशहर के बाजार रहे बंद, जगह-जगह पुलिस तैनात

कन्हैयालाल दर्जी के हत्याकांड मामले को लेकर शुक्रवार को हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर सरदारशहर के बाजार बंद रहे. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गुरुवार को आह्वान किया था कि उदयपुर में हुए हत्याकांड मामले में सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखें. 

उदयपुर हत्याकांड मामले को लेकर सरदारशहर के बाजार रहे बंद, जगह-जगह पुलिस तैनात

Sardarshahr: उदयपुर में हुए कन्हैयालाल दर्जी के हत्याकांड मामले को लेकर शुक्रवार को हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर सरदारशहर के बाजार बंद रहे. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गुरुवार को आह्वान किया था कि उदयपुर में हुए हत्याकांड मामले में सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखें. वहीं, शुक्रवार सुबह 8 बजे पूर्व विधायक अशोक पिंचा के नेतृत्व में गांधी चौक में सैकड़ों लोग एकत्रित हुए और कन्हैयालाल के हत्यारों को फांसी देने के नारे लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया. 

बाद में सैकड़ों की संख्या में लोग गांधी चौक से रवाना होकर राजवाला कुआं होते हुए अर्जुन क्लब, रोडवेज बस स्टैंड होते हुए कच्चा बस स्टैंड पहुंचे इस बीच खुली दुकानों को बंद करवाया. बाद में गांधी चौक से मुख्य बाजार घंटाघर लेडीज मार्केट, शिव मार्केट होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे. इस बीच जो भी दुकानें खुली मिली उनको बंद करवाया गया. 

बंद के आह्वान के बाद पुलिस प्रशासन भी शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकन्ना नजर आया. शहर के अलग-अलग जगह पुलिस जाब्ता तैनात रहा. डीएसपी नरेंद्र कुमार शर्मा और थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई भी स्वयं पैदल गश्त करते हुए नजर आए. बंद के आह्वान पर भानीपुरा और चूरू से भी पुलिस जाब्ता बुलाया गया.  मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में महिला पुलिस भी जगह-जगह बाजार में तैनात दिखी. 

भाजपा के युवा नेता मदन ओझा ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के बाजार बंद के आह्वान पर व्यापारियों ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बर्बर हत्या उदयपुर में कन्हैयालाल दर्जी की हुई है. पुलिस को इस बात की भनक थी और कन्हैयालाल दर्जी द्वारा पुलिस थाने में परिवाद भी दिया गया था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करने की बजाय समझौता करवाया और कुछ इस समझौते का परिणाम है कि कन्हैयालाल को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. 

उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की उदासीनता और पुलिस प्रशासन की नाकारा नीतियों का परिणाम है कि कन्हैयालाल की जिंदगी चली गई. इस अवसर पर भाजपा के जिला परिषद सदस्य गिरधारीलाल पारीक ने व्यापारियों और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिस प्रकार की उदयपुर में घटना हुई उस को लेकर हम सब एक हुए इसके लिए वह सभी का आभार प्रकट करते हैं. 

यह भी पढ़ेंः Udaipur Murder Case: उदयपुर हत्याकांड को लेकर प्रतापगढ़ बंद, आरोपियों को फांसी की मांग

पूर्व विधायक अशोक पिंचा ने कहा कि आज जिस प्रकार से हमारे बंद के आह्वान पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है, अगर इस प्रकार से पुलिस उदयपुर में कन्हैयालाल के द्वारा दी गई परिवाद पर कार्रवाई करती तो आज इतनी बड़ी घटना नहीं होती. यह सब राजस्थान सरकार की नाकारा नीतियों का परिणाम है. इस अवसर पर भाजपा नेता मुरलीधर सैनी, परतनाथ सिद्ध, मुकेश भामा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे. इस अवसर पर गांधी चौक में सैकड़ों लोगों ने कन्हैयालाल दर्जी को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. 

Reporter- Gopal Kanwar 

अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

Trending news