हरियाणा जैसे राज्य के खिलाड़ी भी राजस्थान से खेलना चाहते हैं- डॉ. कृष्णा पूनिया
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हरियाणा जैसे राज्य के खिलाड़ी भी राजस्थान से खेलना चाहते हैं- डॉ. कृष्णा पूनिया

राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ. कृष्णा पूनिया ने कहा कि राजस्थान सरकार की खेलों के प्रति बेहतरीन नीतियों का ही परिणाम है कि आज हरियाणा जैसे राज्य के खिलाड़ी भी राजस्थान से खेलना चाहते हैं. 

डॉ. कृष्णा पूनिया

Churu: राज्य में खेलों को प्रोत्साहन देने और ग्रामीणों के खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी पहल राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों को लेकर जागरुकता के लिए चल रही मशाल मंगलवार सुबह चूरू जिला स्टेडियम पहुंची. राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष, विधायक और ओलंपियन डॉ. कृष्णा पूनिया और जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने मशाल यात्रा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

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कार्यक्रम में बोलते हुए राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ. कृष्णा पूनिया ने कहा कि राजस्थान सरकार की खेलों के प्रति बेहतरीन नीतियों का ही परिणाम है कि आज हरियाणा जैसे राज्य के खिलाड़ी भी राजस्थान से खेलना चाहते हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक के खिलाड़ियों को अवसर मिले और बेहतरीन सुविधाएं मिलें. जब मैंने वर्ष 2010 कॉमनवेल्थ में मेडल जीता, तभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे सीधे डीवाईएसपी पद के लिए ऑफर दिया था. पिछले तीन साल में राज्य में खेलों को प्रोत्साहन के लिए बेहतरीन काम हुए हैं. 'पदक लाओ, पद पाओ' नीति में हमने करीब 300 खिलाड़ियों को सीधे नियुक्ति दी है, इसमें अधिकारी रैंक तक के पद शामिल हैं. जब एक खिलाड़ी मैदान में उतरे तो उसे अपने भविष्य की बिल्कुल चिंता नहीं रहे और वह खेल पर फोकस करे, इसे देखते हुए हमने खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश की है. 

खिलाड़ियों के लिए निरंतर बेहतर सुविधाएं जुटाने का प्रयास है. खिलाड़ियों के चोटिल होने पर उनके एसएमएस स्टेडियम में ही तत्काल इलाज के लिए हमने विशेषज्ञ डॉक्टर्स की सोसायटी से एमओयू किया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों के एक पंजीयन को एक माह और बढ़ाया गया है. नए खिलाड़ी भी अपना पंजीयन करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि देश के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेलों का आगाज होगा.

जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने इस मौके पर कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल एक बड़ी शुरुआत है. अंतिम छोर के व्यक्ति तक खेलों को पहुंचाने और ग्रामीण प्रतिभाओं को उभारने की दिशा में यह बहुत अहम है. जिले में करीब 65 हजार खिलाड़ियों ने इसके लिए पंजीयन कराया है. उन्होंने कहा कि जिले का खेल परिदृश्य बहुत बेहतर है. यहां के युवाओं में बहुत प्रतिभा है, वहीं खेल सुविधाओं का स्तर भी बेहतरीन है. अधिक से अधिक खिलाड़ियों को इन खेलों में भाग लेना चाहिए.

जिला खेल अधिकारी सीताराम प्रजापत ने जिले की खेल गतिविधियों के बारे में जानकारी दी. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी निसार अहमद खान, राधेश्याम चोटिया, महावीर नेहरा, ठाकुर मल शर्मा, रामसिंह पूनिया भी मंचस्थ रहें. इससे पूर्व खेल अधिकारी सीताराम प्रजापत, रमेश पूनिया, सरस्वती मुंडे ने अतिथियों का स्वागत किया. 

ओलंपिक संघ के ठाकुर मल शर्मा ने स्थानीय टूर्नामेंट्स के लिए उचित दरों पर स्टेडियम और सुविधाएं उपलब्ध कराने का आग्रह राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ. पूनिया से किया. संचालन शिशपाल बुडानिया और अपना थिएटर ग्रुप के जुम्मा खान ने किया. टीम लीडर जुम्मा खान ने बताया कि मशाल यात्रा सरदारशहर, रतनगढ़, तारानगर होते हुए बुधवार सवेरे भादरा (हनुमानगढ़) पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि मशाल यात्रा 29 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य स्तर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.

इस दौरान सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, बीसूका के पूर्व सदस्य जमील चौहान, खेल प्रशिक्षक रमेश पूनिया, सरस्वती मुंडे, रामसिंह सिहाग, जिला साक्षरता अधिकारी ओम फगेड़िया, ईश्वर सिंह लांबा, विकास मील, आसिफ खान, धु्रव पूनिया, प्रभुदयाल बुरड़क, राजेंद्र बुडानिया, सफी मोहम्मद, मस्त उल हक, रामचंद्र ढाका, संजय, महेंद्र ढाका, जयप्रकाश मेहड़ा, सुरेंद्र कस्वां, राकेश मोठसरा, शारदा बेनीवाल, स्नेहलता, सिलोचना, विमला कस्वां, स्टेडियम के प्रशिक्षक मोहित पूनिया, अनिल भाखर, विजय कुमार, सोनिया, संदीप स्वामी, राहुल पीपलवा, रतन सिंह बीरड़ा, अब्बास काजी, सिराज जोइया, मुबारिक भाटी, राज मेहरा, दिनेश गुर्जर, विजय सिंह भाम्भू आदि मौजूद रहें.

Reporter: Gopal Kanwar

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