चूरू: दस्तावेजों पर अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर, दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज
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चूरू: दस्तावेजों पर अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर, दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज

बीदासर पुलिस थाने में तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा ने दो नामजद व्यक्तियों के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेज पंजीयन कराने का मामला दर्ज कराया है. 

चूरू: दस्तावेजों पर अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर, दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज

Churu News: जिले के बीदासर पुलिस थाने में तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा ने दो नामजद व्यक्तियों के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेज पंजीयन कराने का मामला दर्ज कराया है. रिपोर्ट में तहसीलदार शर्मा ने बताया कि वार्ड नं 14 निवासी रिजवान और वसीम नाम के दो युवकों ने नाजमीन, हसीना ओर अब्दुल लतीफ के नाम से नगर पालिका द्वारा जारी पट्टों का पंजियन कराने के लिए मेरे कूटरचित फर्जी हस्ताक्षरों से पंजीयन मार्क कर दोनो दस्तावेजो का पंजीयन करा लिया.

बीदासर में फर्जी हस्ताक्षर का मामला

उन दस्तावेज पर अधोहस्ताक्षरकर्ता के फर्जी हस्ताक्षर कर 29 मई और 30 मई 2023 की तारीख अंकित कर दोनों व्यक्तियों ने मेरे कार्यालय के सहायक लेखाधिकारी प्रभूराम डूडी जो वर्तमान मे पंजीयन शाखा का भी कार्य कर रहे हैं उनको धोखा देकर उक्त दस्तावेजों का पंजीयन करवा लिया गया. उन्होंने बताया कि में 29 और 30 मई 2023 को प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायत ज्याक मे आयोजित शिविर में उपस्थित था.

तहसीलदार ने दो युवकों के खिलाफ दर्ज कराया मामला

बगैर मेरे पास पंजीयन के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किये दोनों व्यक्तियों ने मिली भगत से षडयंत्र पूर्वक खुद ही मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेजों को पंजीयन के लिए लेखाधिकारी को पेश कर दिये. जब लेखाधिकारी ने दस्तावेज मार्किंग के संबंध में दोनो व्यक्तियों से पुछा तो बताया कि तहसीलदार ने शिविर मे जाते समय जल्दबाजी में मार्किंग कर दी है. एक ने खुद को पत्रकार ओर दूसरे ने वकील होने का रोब जमाया.

तहसीलदार ने बताया कि जब दोनो दस्तावेज हस्ताक्षर सहित मेरे पास आये तो मैंने पाया कि यह दोनो दस्तावेज पंजीयन की मार्किंग के लिए मेरे पास प्रस्तुत ही नहीं किये गये थे, और इन दस्तावेजों पर पंजीयन मार्क कर मेरे हस्ताक्षर अंकित किये हुये थे वो सरासर फर्जी एंव कुटरचित थे. जब मैंने पंजीयन का कार्य देख रहे लेखाधिकारी से जानकारी ली तो इन्होंने मुझे बताया कि यह दोनो दस्तावेज रिजवान और वसीम लेकर आये थे. इस पर मैंने दोनों को बुलाकर पूछताछ की तो रिजवान और वसीम ने कहा कि आप रोजाना शिविरों में जाते हो और कार्यालय मे नही मिलते हो तब हमने ही पंजीयन मार्क कर आपके हस्ताक्षर कर लिये.

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तहसीलदार ने दोनो को दस्तावेज वापिस देने से मना करते हुये कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी तो दोनों ने देख लेने की धमकी दी और चले गए। ऐसे में तहसीलदार शर्मा ने धमकी देने वाले व्यक्तियों और इनके सहयोगियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने को लेकर मामला दर्ज कराया है.

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