तालेड़ा के बाईपास हाइवे 52 से 5 किलोमीटर की दूरी पर अल्फानगर में बरधा बांध की भराव क्षमता 21 फीट है उसके बाद यहां पानी की चादर दूधिया रंग में तेज प्रवाह से गिरती है इस मनमोहक नजारे को देखने और यहां सैलानी नहाने का लुफ्त उठाते हैं, लोग बड़ी-बड़ी चट्टानों पर मस्ती कर लुफ्त उठाते हैं. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से यहां सिविल डिफेंस के जवान और तालेड़ा पुलिस मौजूद रहती है.
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Bundi: जिले में मानसून की बारिश के बाद नदी नालों में जहां उफान है वहीं बड़े-बड़े बांध भी पानी की भराव क्षमता से अधिक हो गया है. बरधा बांध में भराव क्षमता से अधिक पानी आने की वजह से इस बांध का नजारा अद्भूत हो चुका है. इस बांध का पानी दूधिया चादर जैसी नजर आ रही है. इस नजारे को देखने बूंदी ही नहीं प्रदेश के कई जिलों से लोग यहां आ रहे हैं. इसे हाड़ोती का गोवा भी कहा जाता है.
तालेड़ा के बाईपास हाइवे 52 से 5 किलोमीटर की दूरी पर अल्फानगर में बरधा बांध की भराव क्षमता 21 फीट है उसके बाद यहां पानी की चादर दूधिया रंग में तेज प्रवाह से गिरती है इस मनमोहक नजारे को देखने और यहां सैलानी नहाने का लुफ्त उठाते हैं, लोग बड़ी-बड़ी चट्टानों पर मस्ती कर लुफ्त उठाते हैं. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से यहां सिविल डिफेंस के जवान और तालेड़ा पुलिस मौजूद रहती है, जो बांध की पाल पर जाने से सभी को रोकते हैं.
बरधा बांध पर पानी की दूधिया चादर चलने से लोगों में खुशी की लहर देखी जा रही है. संडे की मस्ती करने के अलावा जो भी छुट्टी का दिन होता है उस मौके पर यहां हजारों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने आते हैं, हालांकि बरधा बांध सिंचाई विभाग के अधीन है. यहां पर सैलानियों को किसी प्रकार की कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है उसके बावजूद लोग पानी के तेज बहाव में नहाने का लुफ्त उठाते हैं और खुले में पिकनिक मनाते हैं.
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ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन से मूलभूत सुविधाएं की मांग की है. लक्ष्मीपुरा ग्राम पंचायत के अधीन आने वाले इस बरधा बांध पर एक शौचालय और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बन जाए तो महिलाओं को काफी सुविधा होगी,अभी उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Reporter-Sandeep Vyas
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