नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को एक्सपोर्ट स्टीचिंग सिलाई पर प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान भेरून्दा गांव की समूह की 30 महिलाओं ने विदेशों में एक्सपोर्ट होने वाले कपड़ों की सिलाई का काम सीखा.
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Bikaner: एकल जन सेवा संस्थान अजमेर के द्वारा भैरून्दा गांव में नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं का 17 अगस्त 2022 से 1 सितम्बर तक एक्सपोर्ट स्टीचिंग सिलाई पर प्रशिक्षण किया गया. प्रशिक्षण के दौरान भेरून्दा गांव की समूह की 30 महिलाओं ने विदेशों में एक्सपोर्ट होने वाले कपड़ों की सिलाई का काम सीखा. इन महिलाओं को सीखाने के लिये प्रशिक्षक हेमराज और प्रशिक्षण इर्न्चाज रेखा राठौर द्वारा रोज 11 बजे से शाम 5 बजे तक अलग-अलग ड्रेसों पर सिलाई सिखाई गई. इस प्रशिक्षण में महिलाओं ने हेयर बैंड, बीच वेयर, स्कर्ट, अम्बरेला टॉप, हाईलॉ टॉप और रनॉल्ड डेस सिलाई सीखी.
इस सिलाई से तैयार कपड़े पुष्कर की फैक्ट्री के द्वारा विदेशों में एक्सपोर्ट किया जायेगा. इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा. वह घर बैठे प्रतिदिन 200 से 300 रूपये कमा सकेंगीं, जिससे महिलाओं की आर्थिक स्तिथि मजूबत होगी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नागौर जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड से मोहित कुमार ने 15 दिन में सीखे गई सिलाई की सराहना की और आगे इन महिलाओं को बैंक से जोड़ कर रोजगार से जोड़ने के बारे में बताया. महिला द्वारा बनाये के कपडों की प्रदर्शनी की विजिट कर महिलाओं की मेहनत और लगन की सराहना की. इस दौरान प्रषिक्षण प्राप्त महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम तहत संस्था सचिव बालूसिंह और प्रोग्राम मैनेजर पूजा जनजानी ने महिलाओं को एक्सपोर्ट सिलाई से लगातार रोजगार से जोडे़ रखने के बारे में बताया. कार्यक्रम में संस्था के कार्मिक मुकेश और सुखदेव सिंह राजीविका से बुक कीपर दीपा और समूह की 50 महिलाए उपस्थित रहीं.
Reporter- Hanuman Tanwar