राजस्थान के बाड़मेर जिले के छोटे से गांव की रहने वाली अंकेश भाटी ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया. इसी अंकेश भाटी ने ने दिल्ली में पीएचडी की एंट्रेंस एग्जाम में टॉप किया है.
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Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली अंकेश भाटी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में देश में प्रथम स्थान पाकर अपने जिले का नाम रोशम कर दिया है. वहीं, इसके साथ अंकेश ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम लिख दिया है. इसी अंकेश भाटी ने ने दिल्ली में पीएचडी की एंट्रेंस एग्जाम में टॉप किया है.
अंकेश भाटी बाड़मेर जिले के कल्याणपुर पंचायत समिति के घड़सी का बाड़ा गांव की रहने वाली है, उन्होंने हिंदी में 71.35% अंक हासिल किए और प्रथम स्थान भी पाया. बता दें कि
अंकेश राजस्थान की पहली बेटी है, जिन्होंने ये इतिहास रचा है.
अंकेश भाटी ने कहा कि उन्होंने एमए की पढ़ाई के दौरान ही डॉक्ट्रेट की पढ़ाई करने के लिए सोच लिया था. उन्होंने इसके लिए प्रवेश परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की और इसे एक लक्ष्य बना लिया था. अंकेश ने कहा कि लोगों ने उन्हें काफी बधाईयां दी, जिसके लिए वह सभी का धन्यवाद करती हैं.
बता दें कि अंकुश ने अपने गांव से ही अपनी पढ़़ाई की शुरुआत की थी और उन्होंने 2017 में सीनियर सेकेंडरी जिला मैरिट में चौथा स्थान प्राप्त किया था. इसके बाद उन्होंने जोधपुर से ग्रैज़ुएशन की और फिर वह दिल्ली आई. अंकुश का कहना है कि उन्होंने अपने पिता की प्रेरणा और अपनी मेहनत से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की एम.ए.(हिंदी) की प्रवेश परीक्षा में पूरे भारत में पहला स्थान हासिल किया है.
अंकेश जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में ग्रैज़ुएशन करते-करते कई प्रोग्रामों में एंकरिंग भी की थी और उन्होंने कई कार्यक्रम दिल्ली में भी होस्ट किए हैं. अंकेश कहती हैं कि सफलता कितनी भी बड़ी क्यों न हो लेकिन अपने देश, जिले और गांव से जुड़े रहना जरूरी है.
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