रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे दिव्यांग, कहा- हाथ छिल गए, अब तो स्कूटी दे दो सरकार
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रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे दिव्यांग, कहा- हाथ छिल गए, अब तो स्कूटी दे दो सरकार

स्कूटी देने की मांगों को लेकर रेंगते हुए दिव्यांग कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर  ज्ञापन दिया

रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे दिव्यांग, कहा- हाथ छिल गए, अब तो स्कूटी दे दो सरकार

Baran : राजस्थान सरकार की तरफ से दिव्यांग जनों को स्कूटी देने में सीमा निर्धारित करने से बारां जिले के दिव्यांगों में रोष व्याप्त है. जो सोमवार को रेंगते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को स्कूटी वितरण में उम्र का प्रावधान नहीं रखने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.

कलेक्ट्रेट पहुंचे दिव्यांग राम सिंह ने बताया कि उनकी मांग है कि पिछली बार जो विकलांगों को स्कूटी दी थी, उसमें कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं थी. इस बार सरकार ने 29 वर्ष तक के दिव्यांग को स्कूटी देने को कहा है, जिससे अधिकांश दिव्यांग कोई स्कूटी नहीं मिल पाएगी. उनकी मांग है कि पात्रता के लिए उम्र की सीमा कम से कम 60 वर्ष की जाए.

वही दिव्यांग वार्ड पार्षद उमा देवी ने बताया कि दिव्यांग रेंगते हुए आए हैं, उनके हाथ छिल गए हैं. उनकी मांग है कि सभी दिव्यांग के लिए स्कूटी दी जाए और रोजगार के लिए स्थाई जगह दी जाए. उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वो पानी की टंकी पर चढ़कर वहां से कूद खुदकुशी करेंगे.

रिपोर्टर-राम मेहता

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