Anta: डोल मेले को लेकर हुई मांगरोल नगर पालिका की बैठक में हुआ हंगामा, पार्षदों ने दिखाए तेवर
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Anta: डोल मेले को लेकर हुई मांगरोल नगर पालिका की बैठक में हुआ हंगामा, पार्षदों ने दिखाए तेवर

मांगरोल डोल मेले को लेकर सोमवार दोपहर बाद ज्योतिबा फुले भवन में हुई नगर पालिका की बैठक बड़ी हंगामेदार रही. कोरोना के कारण बड़े दिनों बाद हुई नगर पालिका बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने कड़े तेवर दिखाए.

Anta: डोल मेले को लेकर हुई मांगरोल नगर पालिका की बैठक में हुआ हंगामा, पार्षदों ने दिखाए तेवर

Anta: बारां के मांगरोल डोल मेले को लेकर सोमवार दोपहर बाद ज्योतिबा फुले भवन में हुई नगर पालिका की बैठक बड़ी हंगामेदार रही. कोरोना के कारण बड़े दिनों बाद हुई नगर पालिका बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने कड़े तेवर दिखाए.

नगर पालिका पार्षदों के विरोध के चलते बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में रखे सभी एजंडों का नगर पालिका उपाध्यक्ष सहित बोर्ड समर्थित एसडीपीआई के सभी पार्षद और भाजपा पार्षदों ने जमकर विरोध किया. भारी विरोध को देखते हुए नगर पालिका चेयरमेन ने बैठक के समाप्ति की घोषणा की. ऐसे में कई पार्षदों ने नगर पालिका की बैठक का बहिष्कार करते हुए भवन के बाहर आकर जमकर नारेबाजी की. नगर पालिका पर विकास नहीं करवाने, काम में भेदभाव करने जैसे आरोप लगाते हुए, मनमानी करने के और भ्रष्टाचार करने के भी आरोप लगाए. 

अधिशाषी अधिकारी शुभम कुमार गुप्ता ने बताया कि डोल मेले को लेकर बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में डोल मेले के लिए स्वीकृत बजट में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी समेत नगर विकास से जुड़े अन्य 4 एजंडे रखे गए थे. सभी प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड की सहमति बिना चर्चा के पास किए गए. मेलाध्यक्ष बनाने का निर्णय नगर पालिका अध्यक्ष कौशल किशोर सुमन पर छोड़ दिया गया. 

बोर्ड समर्थित नगर पालिका उपाध्यक्ष कोशर परवीन समेत अन्य एसडीपीआई पार्षद शाहिस्ता परवीन, शगुफ्ता बेगम ने बताया कि हमारे पहुंचने से पहले बैठक शुरू कर दी गई, हमारे दो एजेंडे इतने महत्वपूर्ण थे. जिन पर हमसे चुप होने को कहा गया, जिसमें 18 अगस्त को ईओ के साथ हुए जिस अमानवीय व्यवहार गाली-गलौच से पूरे नगरवासी को अपमानित, शर्मशार होना पड इस मामले में स्पष्टीकरण और दो साल से अधूरे पड़े समिति के गठन के एजेंडे शामिल थे लेकिन हमारी मांग नहीं मानी गई.

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ईओ , चेयरमेन द्वारा एक नहीं सुनी गई, हम जनता के चुने प्रतिनिधि है. हम जनता की समस्याओं को लेकर आगे भी अपना विरोध जारी रखेंगे. वही प्रतिपक्ष नेता प्रहलाद सिंह समेत पार्षद ओम नागर, भरत चौरसिया, असगर अली, सलीम, ने बताया की सभी कॉन्ग्रेस पार्षद मिलकर नगर पालिका विकास कार्यों का समर्थन कर रहे है, जबकि कोई विकास कार्य नहीं हुए, नगर पालिका द्वारा तानाशाही और मनमानी की जा रही है. इसी तानाशाही, मनमानी के चलते बैठक में मैलाध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ.

Reporter- Ram Mehta 

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