स्व:रामावतार पंडित की कमान अब संभाली उनके बेटे ने, नेहरु पार्क में किया आजाद नाटक का मंचन.
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स्व:रामावतार पंडित की कमान अब संभाली उनके बेटे ने, नेहरु पार्क में किया आजाद नाटक का मंचन.

अलवर: अलवर के नेहरु गार्डन में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद चंद्रशेखर आजाद नाटक का आयोजन किया गया, स्व: रामावतार पंडित द्वारा लिखित नाटक में 50 से ज्यादा कलाकारों ने अभिनय किया ,इस दौरान साहित्यकार , रंगकर्मी और शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए.

स्व:रामावतार पंडित की कमान अब संभाली उनके बेटे ने, नेहरु पार्क में किया आजाद नाटक का मंचन.

अलवर: चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद चंद्रशेखर आजाद नाटक का आयोजन किया गया , स्व:रामावतार पंडित द्वारा लिखित नाटक में 50 से ज्यादा कलाकारों ने अभिनय किया ,इस दौरान साहित्यकार , रंगकर्मी और शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए.

अलवर में नेहरू गार्डन में गत वर्ष श्री परशुराम कला मंदिर समिति द्वारा शहीद चद्रशेखर आजाद की प्रतिमा स्थापित की गई थी , इस काम मे साहित्यकार स्व:रामावतार पंडित की महत्वपूर्ण भूमिका रही, श्री परशुराम कला समिति के संस्थापक रहे रामावतार पंडित द्वारा लिखित भगवान परशुराम व शहीद चद्रशेखर आजाद के नाटकों का मंचन अनेको बार किया जा चुका है, अब इस काम को आगे बढ़ा रहे उनके पुत्र मोहित पंडित ने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के प्रथम स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर नाटक का मंचन किया गया.

नेहरू पार्क में हुए इस कार्यक्रम में भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल भी शामिल हुई, दीप प्रज्वलन व अतिथियों के स्वागत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई , मंच पर अभिनय कर रहे कलाकारों को देखने के लिए काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए ,भारत माता के जयकारों के साथ वातावरण भक्तिमय हो गया, मंच संचालन मोहित पंडित कर रहे थे, वहीं नाटक का निर्देशन राजहंस शर्मा एवं विद्याभूषण ग्रोवर ने किया, इसमे लगभग 50 से ज्यादा कलाकारों ने अपनी अदाकारी से शहीद चंद्रशेखर आजाद के जीवन के प्रमुख दृश्यों को जीवंत किया.

कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य साहित्यकार, रंगकर्मी एवं समाजसेवी उपस्थित रहें, जिनहोंने मिल कर सभी कलाकारों का उत्साह बढाया. साथ ही वो सभी विद्यालयी छात्र छात्राएं एवं शिक्षकगण जिनका प्रत्यक्ष या परोक्ष आंशिक योगदान इस प्रतिमा के कार्य में रहा, वो सभी अपने मित्र एवं परिजनों सहित उनका साथ दिया, सभी ने इस कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, कार्यक्रम के पश्चात सभी 50 से ज्यादा कलाकारों का उपसथित गणमान्य साहित्यकार, रंगकर्मी एवं समाजसेवीयों ने सम्मानित किया. 

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