ब्रिज मोबाइल ऐप से पेट्रोल पम्पों पर सेकेंडों में होगी पीयूसी प्रमाण पत्रों की जांज
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ब्रिज मोबाइल ऐप से पेट्रोल पम्पों पर सेकेंडों में होगी पीयूसी प्रमाण पत्रों की जांज

सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने हेतु सीईओ बीडा भिवाडी और सीईओ ईकोक्यूज ग्रीन सोल्यूशन प्रा.लि. अहमदाबाद (गुजरात) के मध्य एक एमओयू सम्पादित किया गया था. रविवार को जिले के पांच पेट्रोल पम्पों पर ब्रिज मोबाइल एप के माध्यम से वाहनों के पीयूसी प्रमाण पत्र जांच करने की व्यवस्था शुरू की गई है.

 

ब्रिज मोबाइल ऐप से पेट्रोल पम्पों पर सेकेंडों में होगी पीयूसी प्रमाण पत्रों की जांज

Alwar: जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के द्वारा जिले में बढते प्रदूषण को दृष्टिगत रखते हुए माननीय सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने हेतु सीईओ बीडा भिवाडी और सीईओ ईकोक्यूज ग्रीन सोल्यूशन प्रा.लि. अहमदाबाद (गुजरात) के मध्य एक एमओयू सम्पादित किया गया था, जिसके तहत 22 अगस्त को भिवाडी में तिजारा रोड स्थित इंडियन ऑयल के पेट्रोल पम्प पर ब्रिज मोबाइल एप की शुरूआत की गई थी. इसी कडी में आज जिले के पांच पेट्रोल पम्पों पर ब्रिज मोबाइल एप के माध्यम से वाहनों के पीयूसी प्रमाण पत्र जांच करने की व्यवस्था प्रारम्भ की गई है.

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जिला रसद अधिकारी जितेन्द्र सिंह नरूका ने बताया कि एमओयू के अन्तर्गत ईकोक्यूज ग्रीन सोल्यूशन प्रा.लि. अहमदाबाद (गुजरात) द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना है कि प्रशासन की ओर से चिन्हित किए गए पेट्रोल पम्पों पर उन्हीं वाहनों को पेट्रोल व डीजल दिया जाएगा जिनके पास वैद्य पीयूसी प्रमाण पत्र हों. इसी के अन्तर्गत आज ईकोक्यूज ग्रीन सोल्यूशन प्रा.लि. अहमदाबाद (गुजरात) द्वारा भिवाडी के उपरान्त जिले के पांच पेट्रोल पम्पों पर पीयूसी प्रमाण पत्र की जांच हेतु ब्रिज मोबाइल एप की शुरूआत की गई है.

ब्रिज मोबाइल एप से ऐसे होगी जांच
उन्होंने बताया कि इस एप के द्वारा डिजीटल रूप में यह जानकारी मिल जाती है कि वाहन के द्वारा वैद्य पीयूसी प्रमाण पत्र लिया गया है अथवा नहीं. इसके अन्तर्गत वैद्य पीयूसी प्रमाण पत्र जारी करते समय एक बार कोड जनरेट होता है. इस बार कोड को वाहन के शीशे पर लगा लिया जाता है व पेट्रोल देने वाला व्यक्ति जैसे ही मोबाइल द्वारा पेट्रोल पम्प पर इस बार कोड को स्कैन करता है. तब उसे मोबाइल पर यह पूर्ण जानकारी मिल जाती है कि वैद्य पीयूसी प्रमाण पत्र है अथवा नहीं. पीयूसी प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं होने पर उसी पेट्रोल पम्प से पीयूसी प्रमाण पत्र देने के पश्चात उसे पेट्रोल/डीजल दिया जाता है. पेट्रोल पम्प पर यह सुनिश्चित किया जाता है कि पीयूसी प्रमाण पत्र के पश्चात ही उसे पेट्रोल दिया जावे. इसके नियंत्रण से वाहनों द्वारा होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकेगा.

इन पेट्रोल पम्पों पर शुरू हुई यह सुविधा
उन्होंने बताया कि अलवर शहर में मनुमार्ग पर स्थित रामप्रकाश-ओमप्रकाश पेट्रोल पम्प, दिल्ली रोड मूंगस्का स्थित ओमप्रकाश-अनिल कुमार पेट्रोल पम्प व बस स्टैण्ड के पास स्थित बिहारीराम-सेवाराम पेट्रोल पम्प एवं बहरोड एनएच-48 पर स्थित धनश्यामदास-श्याम सुन्दर पेट्रोल पम्प तथा कोठी नारायणपुर राजगढ रोड पर चौधरी सर्विस स्टेशन पर वाहनों के पीयूसी प्रमाण पत्र जारी करने की सुविधा प्रारम्भ की गई है. इन पेट्रोल पम्पों पर ब्रिज मोबाइल एप के माध्यम से वाहनों पर लगे क्यूआर कोड की जांच की जाएगी. वैध पीयूसी प्रमाण पत्र नहीं होने पर वाहन चालक इन पेट्रोल पम्पों से मौके पर ही अपनी पीयूसी प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे.

भिवाडी क्षेत्र से शुरू हुई है यह व्यवस्था
उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को यह सुविधा जिले के औद्योगिक भिवाडी से प्रारम्भ की जा चुकी है जिसके तहत भिवाडी रोड तिजारा पर स्थित राजेन्द्र कुमार लाल चंद, टपूकडा में गोयल ऑटो सर्विस एवं मोहिनी फिलिंग स्टेशन (नायरा) पेट्रोल पम्प में प्रारम्भ कर दी गई है. उन्होंने बताया कि यथाशीघ्र यह व्यवस्था जिले के सभी पेट्रोल पम्पों पर लागू की जाएगी. इस संदर्भ में पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है. इस सुविधा से वाहन चालकों का समय बचेगा एवं प्रदूषण में कमी आएगी. जिला कलेक्टर ने आमजन से अपील की है कि वह वाहनों की वैध पीयूसी प्रमाण-पत्र लेकर ही कर ही वाहन चलावे व प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने में सहयोग करे.

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