अलवर: प्रसूता की देखरेख में लापरवाही, परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर आरोप लगाते हुए किया हंगामा
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अलवर: प्रसूता की देखरेख में लापरवाही, परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर आरोप लगाते हुए किया हंगामा

राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में रामगढ़ से रेफर होकर आई एक प्रसूता की देखभाल नहीं हो पाने के चलते परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. 

अलवर: प्रसूता की देखरेख में लापरवाही, परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर आरोप लगाते हुए किया हंगामा

Alwar: राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में रामगढ़ से रेफर होकर आई एक प्रसूता की देखभाल नहीं हो पाने के चलते परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस अस्पताल पहुंची. 

अलवर महिला चिकित्सालय में प्रसूता की सार संभाल नहीं करने को लेकर महिला के परिजनों और डॉक्टर सहित नर्सिंग स्टाफ में हंगामा हो गया. अस्पताल में हंगामा इतना हुआ कि नर्सिंग स्टाफ डॉक्टर सहित परिजनों में अस्पताल परिसर में आपस में धक्का-मुक्की हो गई.

इस मामले को लेकर नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने अस्पताल में कार्य बहिष्कार कर दिया. करीब 1 घंटे तक अस्पताल का कार्य बंद रहा. इस मामले की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस महिला अस्पताल पहुंची और हंगामा कर रहे प्रसूता के परिजन को पकड़कर कोतवाली थाने ले गई और नर्सिंग स्टाफ से समझाइश कर कार्य शुरू कराया.

इस सूचना पर हॉस्पिटल पीएमओ सुनील चौहान भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल स्टाफ नर्सिंग स्टाफ और मरीज के परिजनों से उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और दोनों पक्षों से समझाइश कर मामले को शांत करवाया. प्रसूता के परिजन जरसीद खान ने बताया कि धौली देवी रामगढ़ स्थित नगली मेघा की रहने वाली है. उसके रामगढ़ अस्पताल में कल डिलीवरी हुई थी. डिलीवरी के बाद धोली देवी की ब्लडिंग नहीं रुकी उसके बाद उसको रामगढ़ अस्पताल से महिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया.

उसके बाद धोली देवी को महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके ब्लड की कमी होने पर डॉक्टरों ने परिजनों से ब्लड का इंतजाम करने के लिए कहा जिस पर परिजन एक यूनिट ब्लड का इंतजाम करके लेकर आए और महिला को ब्लड चढ़ाया गया, लेकिन जब महिला को दूसरी यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ी तब परिजन ब्लड लेकर आए तो उन्होंने मरीज पर ध्यान नहीं दिया और उनको ब्लड नहीं चढ़ाया. 

इसके बाद महिला के परिजनों को अस्पताल से बाहर करने के लिए बोला और कहा कि आप अपने मरीज को ले जाइए. उन्होंने आरोप लगाया कि नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीज और उनके परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार कर धक्का-मुक्की की गई और मरीज की देखरेख और सार संभाल नहीं की गई, जिससे मरीज की स्थिति काफी सीरियस हो गई, जिस पर अस्पताल प्रशासन और नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया. 

अस्पताल के पीएमओ डॉ सुनील चौहान ने बताया कि जैसे ही महिला अस्पताल में झगड़े की सूचना मिली. उसके बाद तत्काल मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराया गया.  वहीं, नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों के साथ में महिला के परिजनों ने अभद्र व्यवहार और धक्का-मुक्की की. उस मामले में कोतवाली थाना पुलिस को चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी गई है, जिस पर कोतवाली पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.

वहीं, नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने महिला अस्पताल में चौकी खुलवाने की मांग को लेकर शहर कोतवाल राजेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा और मांग की है कि आए दिन डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ मरीजों के परिजनों द्वारा धक्का-मुक्की मारपीट और अभद्र व्यवहार किया जाता है इसलिए अस्पताल परिसर में चौकी खोली जाए.

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