Masuda News : वो स्कूल जहां ना बालिकाओं के लिए शौचालय ना खेलकूद का हक
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Masuda News : वो स्कूल जहां ना बालिकाओं के लिए शौचालय ना खेलकूद का हक

बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जैसे नारे इस खबर को पढ़ने के बाद आपको जुमले सरीखे ही लगेंगे. राजस्थान के अजमेर के मसूदा के राजकीय स्कूल में हालात बेहद खराब है.

Masuda News : वो स्कूल जहां ना बालिकाओं के लिए शौचालय ना खेलकूद का हक

Masuda News, Ajmer : सरकार और प्रशासन शिक्षा और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में सुधार के लाखों दावे कर लें, लेकिन धरातल पर व्यवस्थाओं में बदलाव नहीं दिखता है. मसूदा के देदपुरा में संचालित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में में बालिकाओं के सामने कई परेशानियां आ रही है. बालिकाओं ने खुद कैमरे के सामने आकर अपनी आपबीती सुनाई और बताया कि स्कूल में ना बैठने की व्यवस्था है और ना ही साफ सफाई रहती है.

स्कूल की बालिकाओं ने तो यहां तक कहां कि अगर स्कूल में झाडू होता तो हम खुद ही सफाई कर देते. पीने का पानी खारा है, स्कूल में होने वाली खेलकूद प्रतियोगिताओं के दौरान और पोषाहार बनाने में भी स्कूल प्रबंधन इसी खारे पानी से खाना बनवा लेता है. 

यहीं नहीं लड़कियों के लिए अलग शौचालय नहीं है. बालिकाओं ने कहा कि स्कूल में प्रतियोगिताओं में उनकी भागीदारी नहीं होती सिर्फ लड़कों को ही मौका मिलता है. स्कूल में सिर्फ पांच कमरे हैं जिसमें से तीन तो गिरने की हालत में हैं. बच्चों को पेड़ के नीचे पढ़ाया जाता है. 

स्कूल के हालात पर ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में पहले तीन कमरे और शौचालय जर्जर अवस्था में थे, जिसको ध्वस्त करके उससे निकली पट्टियां, पत्थर को स्कूल प्रशासन ने नीलाम कर दिया. मीडिया ने जब पोषाहार देखा तो बच्चों को रोटियां और आलू की सब्जी देता दिखायी दिया, वो बात अलग है कि रोटी जली हुई थी और सब्जी में सिर्फ पानी था.

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल की बदहाली पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शिवकुमार दुबे ने 15 दिन में शौचालय बनवाने और पानी की व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी हालात जस के तस है. हालांकि मीडिया के मौके पर पहुंचने पर आनन-फानन में प्लंबर को बुलाकर पानी की टंकियों को दुरुस्त करवाया गया.

 बच्चों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक मोहन सिंह विद्यालय में आते तो है लेकिन आते ही वापस चले जाते हैं. जिसको लेकर प्रधानाध्यापक ने कहा कि कभी डाक, कभी मीटिंग को लेकर जाना पड़ता है. इन्हीं अव्यवस्थाओं को लेकर ग्रामीणों ने निदेशालय बीकानेर उपखंड अधिकारी मसूदा को पत्र भेजकर स्कूल में निष्पक्ष जांच करवाने के साथ ही शौचालय और टूट रहे क्लास रुम की मरम्मरत की मांग की.

रिपोर्टर- अशोक भाटी 

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