नसीराबाद में एक ऐसी ग्राम पंचायत जहां घर-घर कनेक्शन करने के बाद भी सूखी पड़ी है, पाइप लाइनें
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1379618

नसीराबाद में एक ऐसी ग्राम पंचायत जहां घर-घर कनेक्शन करने के बाद भी सूखी पड़ी है, पाइप लाइनें

अजमेर के नसीराबाद की ग्राम पंचायत न्यारा में सरकार की योजना के मुताबिक हर व्यक्ति को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए घर घर कनेक्शन जारी किए गए थे, इसे लाइफ लाइन कही जाने वाली बीसलपुर पाइप लाइन से जोड़कर पानी पहुंचाया जाना था.

नसीराबाद में एक ऐसी ग्राम पंचायत जहां घर-घर कनेक्शन करने के बाद भी सूखी पड़ी है, पाइप लाइनें

नसीराबाद: अजमेर के नसीराबाद की ग्राम पंचायत न्यारा में सरकार की योजना के मुताबिक हर व्यक्ति को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए घर घर कनेक्शन जारी किए गए थे, इसे लाइफ लाइन कही जाने वाली बीसलपुर पाइप लाइन से जोड़कर पानी पहुंचाया जाना था. लेकिन ग्राम पंचायत न्यारा और इसके अधीन गांवों में घर घर कनेक्शन तो कर दिए गए लेकिन यह कनेक्शन मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं.

ग्राम पंचायत न्यारा के गांव न्यारा में 449, धोलादांता में 353, अमरपुरा में 85, भगवानपुरा में 58, काबरीचाट में 108, झबरकिया में 17, बख्तावरपुरा में 6, रामपुरा में 68 कुल 1144 कनेक्शन जारी किए गए. ग्राम पंचायत के 9 में से भैरूखेड़ा गांव को छोड़कर शेष सभी गांव में घर.घर कनेक्शन दे दिए गए. घर में पेयजल पाइप लाइन का कनेक्शन हो जाने के बाद हर व्यक्ति की ख्वाहिश बढ गई कि उन्हे स्वच्छ पानी पीने के लिए मिलेगा. लेकिन विडंबना की पराकाष्ठा यह रही कि अवैध कनेक्षनों के कारण ग्राम पंचायत न्यारा तक बीसलपुर का पानी नहीं पहुंच पाने के कारण यह पाइपलाइन और नल सूखे पड़े रहते हैं.

न्यारा और इसके अधीन गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि एक-दो माह में कभी. कभी पानी आता है, जोकि एक या दो दिन कंठ गिला करने जितना उपलब्ध हो पाता है. बाकी दिन पेयजल के लिए भटकना पड़ता है. उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में लगे हुए ट्यूबवेल हैंडपंप कुंए आदि का पानी फ्लोराइड युक्त है, जो कि स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक है. बीसलपुर का पेयजल इन ग्रामीणों को घर-घर कनेक्शन होने के बावजूद उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण मजबूरन इनको फ्लोराइड युक्त पानी पीना पड़ रहा है. ग्राम पंचायत न्यारा क्षेत्र के कुछ ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें काम धंधा छोड़कर परिजनों के पीने के पानी के इंतजाम के लिए दूर-दराज तक भटकना पड़ता है. कई ग्रामीण दिनभर काम धंधे से लौट कर देर शाम को पानी की व्यवस्था में लग जाते है.

 इसके बावजूद स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पाता है. वर्तमान में गर्मी का मौसम नहीं होने के बावजूद पेयजल समस्या बनी हुई है और इस समस्या का चंद दिनों में समाधान नहीं किया गया तो निसंदेह यह समस्या विकराल रूप धारण कर सकती है और लोगों में आक्रोश की चिंगारी लपटों में तब्दील हो सकती है.

इस संदर्भ में सरपंच मुकेश गुर्जर से चर्चा की गई तो उन्होंने जानकारी दी कि ग्राम पंचायत न्यारा के अंतर्गत 9 गांव हैं. जिसमें से 8 गांव में शत.प्रतिशत घर घर कनेक्शन दे दिए गए. जिन घरों को कनेक्शन दिए गए उन्होंने पेयजल कनेक्शन की राशि जमा कराई और अब कनेक्शन के बाद नल सूखे पड़े होने के कारण कई ग्रामीण अपना भुगतान वापस मांगने के लिए दबाव बनाने लगे हैं. 

ग्राम पंचायत न्यारा में पेयजल समस्या के संदर्भ में तकनीकी जानकारी के लिए सहायक अभियंता राजेश मीणा से दूरभाष पर चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि न्यारा में पेयजल बुबानिया से सप्लाई किया जाता है. जहां से पेयजल वितरण करने के तहत रास्ते में कई अवैध कनेक्शन होने के कारण न्यारा पंचायत के गांवों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. ऐसे अवैध कनेक्शन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही के बारे में जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि अवैध कनेक्शनधारी वापस कनेक्शन जोड़ लेते हैं. इसलिए कार्रवाई नहीं की गई. लेकिन अब समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है. इसलिए शीघ्र अवैध कनेक्शन धारियों पर कार्यवाही की जाएगी.

ये भी पढ़ें- केकड़ीः सरियों से किया ताबड़तोड़ हमला फिर मरा हुआ छोड़कर भागे हमलावर, ग्रामीणों ने बचाई जान

 

Trending news