Ajmer latest News: जिला अजमेर में सिविल लाइंस पुलिस ने पूर्व पार्षद अशोक मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. पूर्व पार्षद अशोक मालिक को गिरफ्तार करने का कारन साइबर क्राईम की जुर्म बताया जा रहा है. मामले की जानकारी पीड़ित ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवा कर दी थी.
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Ajmer News: राजस्थान के जिला अजमेर में पुलिस ने पूर्व पार्षद अशोक मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि पूर्व पार्षद अशोक मालिक को पुलिस ने साइबर क्राईम के जुर्म में गिरफ्तार किया है. मामले की जानकारी पीड़ित ने अजमेर की कोतवाली थाना पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवा कर दी थी.
पूरी खबर
जानकारी के अनुसार अजमेर की सिविल लाइंस थाना पुलिस ने पूर्व पार्षद अशोक मालिक को साइबर क्राईम के जुर्म में गिरफ्तार किया है. पूर्व पार्षद अशोक मालिक ने नगर निगम के मुख्य कार्य अधिकारी के मोबाइल नंबर को साइक्लोन कर उसका गलत इस्तेमाल किया था. घटना की शितायत मिलने पर सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपी अशोक मलिक सहित उसके बेटे 6 नवंबर को देर शाम गिरफ्तार किया.
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मामला जून महीने का है जब नगर निगम के मुख्य कार्य अधिकारी के फोन से अनावश्यक रूप से कई लोगों को फोन किए गए थे, जिसकी रिपोर्ट मुख्य कार्य अधिकारी ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. अपराध की जानकारी मिलने पर कोतवाली थाने ने मामले को साइबर सेल को सौप कर और जांच को सिविल लाइंस थाने के हवाले कर दिया. सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मामले की गहन पड़ताल के बाद 6 नवंबर के देर शाम पूर्व पार्षद अशोक मलिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर मामले का अग्रिम अनुसंधान शुरू कर दिया है.
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि दोनों आरोपियों पिता और पुत्र ने नगर निगम के मुख्य कार्य अधिकारी के फोन का इस्तेमाल किस प्रयोजन से किया है. लेकिन मामले की प्राथमिक पड़ताल के आधार पर धोखाधड़ी और दुरुपयोग का आरोप सामने आने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही पुलिस आगे की जांच शुरू कर दी है.
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आपको बता दें कि पुलिस की जांच के दौरान यह सामने आया है, कि अजमेर शहर के स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत भी पूर्व पार्षद अशोक मलिक के खिलाफ कई प्रकार के सवाल खड़े किए है. स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार की भूमिका दिख रही है, जिसको लेकर जांच एजेंसिया
जांच प्रताल में जुट गई हैं.