Ajmer News: पुष्कर सरोवर में मंगलवार को देव प्रबोधिनी एकादशी स्नान के साथ पंचतीर्थ स्नान आरंभ हो गया. इसी के साथ धार्मिक पुष्कर मेला शुरू हो जाएगा.
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Ajmer News: पुष्कर सरोवर में मंगलवार को देव प्रबोधिनी एकादशी स्नान के साथ पंचतीर्थ स्नान आरंभ हो गया. इसी के साथ धार्मिक पुष्कर मेला शुरू हो जाएगा, जिसका समापन 15 नवंबर को सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले महास्नान के साथ होगा. एक तिथि क्षय होने के कारण पांच दिनी कार्तिक पंचतीर्थ स्नान इस बार चार दिन का ही होगा.
धार्मिक मेले के लिए जिला एवं प्रशासन ने आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है । पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. कार्तिक पंचतीर्थ स्नान के लिए श्रद्धालुओं की आवक शुरू हो गई है. दूर-दराज से बड़ी तादात में धर्मप्रेमी बंधु पुष्कर पहुंच गए. इनकी आवक निर्बाध गति से बनी हुई है. सरोवर में धार्मिक स्नान मंगलवार की अलसुबह ब्रह्म मुहूर्त के बीच आरंभ हो गया.
तीर्थ पुरोहित पंडित दिलीप शास्त्री और रविकांत शर्मा ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक शुक्ला एकादशी से पूर्णिमा तक जगत पिता ब्रह्माजी ने पुष्कर सरोवर में सृष्टि यज्ञ किया था. लिहाजा इन पांच दिनों में सभी तैंतीस करोड़ देवी-देवता अंतरिक्ष की जगह तीर्थ राज पुष्कर की धरा पर विद्यमान रहते हैं. शास्त्रों में कहा गया है कि इन पांच दिनों के दौरान ब्रह्म सरोवर में स्नान करने मात्र से मनुष्य को केवल पापों से छुटकारा मिलता है, बल्कि हजारों गुना पुण्य की प्राप्ति होती है.
पद्म पुराण में से भीष्म पंचक महास्नान भी कहा गया है. पंचतीर्थ स्नान के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रमुख घाटों, बाजार मंदिरों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं. वहीं पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से माकूल इंतजाम किए हैं. घाटों, मंदिरों समेत चप्पे-चप्पे पर पुलिस एवं सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. वहीं सरोवर पर पानी के स्तर को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का जाप्ता तैनात किया गया है. किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सरोवर में एनडीआरएफ ने रबर बोट तैनात की है.
पुष्कर के सालाना धार्मिक मेले के शुभारंभ में मंगलवार को आध्यात्मिक यात्रा निकाली जाएगी. यात्रा की शुरुआत मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत, जिला कलेक्टर लोक बंधु एवं एसपी वंदिता राणा हरी झंडी दिखाकर करेंगे. यात्रा गुरुद्वारे से नया रंग जी मंदिर, वराह घाट चौक, बद्री घाट, गऊ घाट,ब्रह्म चौक, ब्रह्मा मंदिर, होते हुए मेला ग्राउंड पहुंचने पर संपन्न होगी.
यात्रा का विभिन्न संगठनों नगर वासियों की ओर से जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा. यात्रा के दौरान सामाजिक धार्मिक संगठनों की ओर से अलग-अलग झांकियां सजाई जाएगी तथा राजस्थानी लोक कलाकार लोक नृत्य भजन मंडलियां रामधुनी, भजन कीर्तन करते हुए चलेगी. यात्रा में शहर के विभिन्न आश्रम, मंदिर मठों के महंत एवं बड़ी संख्या में प्रवासी साधु-संत भाग लेंगे.