क्या है रामनवमी का शुभ मुहूर्त और पूजा करने की सही विधि
रामनवमी के दिन प्रभु राम की शुभ मुहूर्त में विधि विधान पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.
हिंदी पंचांग के अनुसार, नवमी तिथि 16 अप्रैल दोपहर 01:23 बजे से शुरू हो रही है
16 अप्रैल से शुरू नवमी का समापन 17 अप्रैल को दोपहर 03:15 बजे होगा.
प्रभु राम की पूजा करने का शुभ मुहूर्त 17 अप्रैल की सुबह 11:03 बजे से दोपहर 01:38 बजे तक रहेगा.
प्रभु राम की पूजा विधि में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए
राम नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ कपड़े धारण कर पूजा स्थल की सफाई करें.
एक साफ कपड़े पर भगवान राम, माता सीता, भाई लक्ष्मण और भगवान हनुमान की प्रतिमा को स्थापित करें.
फिर सभी का बारी-बारी चंदन, रोली, धूप, फूल, माला, इत्र आदि से षोडशोपचार विधि से पूजा करें.
अब प्रभु राम को गंगाजल चढ़ाएं साथ ही कमल का फूल और तुलसी के पत्ते जरूर चढ़ाएं.
इन सब के अलावा 2-3 तरह के फल, मिठाई और फूल भी प्रभु को अर्पित करें.
रामायण, रामचरितमानस और रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करें.
प्रभु राम, माता सीता, भाई लक्ष्मण और हनुमान जी की आरती करें और अंत में साद वितरित करें.