चन्देल वंश ने 8वीं से 12वीं शताब्दी तक उत्तर में यमुना नदी से लेकर सागर (मध्य प्रदेश) तक राज किया था.
बोधि राजवंश ने बोधि शासकों ने त्रिपुरी क्षेत्र (वर्तमान जबलपुर) पर शासन किया था.
बघेल वंश की स्थापना महाराजा व्याघ्रदेव ने 1234 ईस्वी में की थी. रीवा इस राज वंश की राजधानी रही है.
बुंदेला एक राजपूत वंश है, इन्होंने कई राज्यों की स्थापना की, जिसे 16वीं शताब्दी से बुंदेलखण्ड के नाम से जाना जाता था.
सिंधिया वंश के हिंदू मराठा शाही घराना है जिसने मध्य भारत में तत्कालीन ग्वालियर राज्य पर शासन किया था.
होल्कर राजवंश , भारत में इंदौर के मराठा शासक थे. इनका राज्य मथुरा क्षेत्र से डेक्कन गांव होल तक था.
परमार वंश का आरम्भ 9वीं शताब्दी में नर्मदा नदी के उत्तर मालवा (प्राचीन अवन्ती) क्षेत्र में उपेन्द्र अथवा कृष्णराज ने किया था.
गोंडवाना राजवंश की प्रारंभिक राजधानी सिंगौरगढ़ थी जिसे बाद में चौरागढ़ और फिर रामगढ़ में स्थानांतरित कर दिया गया.
मध्य प्रदेश के जंगलों में समुद्रगुप्त ने नाग वंश के गणपति नाग को हराकर जीत हासिल की थी.
मौर्य साम्राज्य मालवा और अवंती में शासन करते थे, कहा जाता है कि सम्राट अशोक की पत्नी विदिशा से थी