मध्य प्रदेश की प्राचीन गुफाएं, जहां रुका करता था रावण

पांडव गुफा

महाभारत काल में जब पांडवों को देश निकाला किया गया था, तब यह गुफा उनका निवास स्थान था.

माडा गुफा

लोगों का ऐसा मानना है कि रावण इसी गुफा में रुका था जिसके इस गुफा को रावण माडा भी कहा जाता.

सरु मरू गुफा

यह कई स्तूपों और गुफाओं का घर है, ऐसा माना जाता है कि जब अशोक उज्जयिनी के राज्यपाल थे तब अपने परिवार के साथ यहां आए थे.

उदयगिरि गुफा

विदिशा में स्थित यह गुफा गुप्त काल, चंद्रगुप्त-2 ने इसकी खुदाई करवाई थी.

आदमगढ़ गुफा

इस गुफा में आपको इतिहास से जुड़े कई चित्र मिलेंगे, जैसे युद्ध के दृश्य, घोड़े की पीठ पर सवार, धनुष और तीर के साथ सैनिक.  

भीमबेटका गुफा

यह के चित्र पुरापाषाण काल, मेसोलिथिक काल और ताम्र पाषाण काल के है, जिनमें हरे, लाल, सफेद, भूरे और काले रंगों में जानवरों और मानव के चित्र है.

बाघ की गुफा

गुप्त काल में बना यह गुफा धार जिले में स्थित है, इसकी खोज 1818 में हुई थी.

धर्मराजेश्वर मंदिर

पहाड़ी के अंदर से एक गड्ढे में खोदकर बनाया गया एक चट्टानी मंदिर है. जो की मंदसौर जिले में स्थित है.

सत कोठारी गुफा

इस गुफा का निर्माण परमार शासकों ने करवाया था, यह एक प्राचीन शिवलिंग भी जिससे पता चलता है की यह एक हिंदू स्थल था.

गुरु गोविंदेश्वर गुफा

ऐसा माना जाता है कि आदि शंकराचार्य ने यहां अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद से मुलाकात की थी और शास्त्रों और धर्म के बारे में सीखा था.

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