राजधानी रायपुर की केंद्रीय जेल में इन दिनों नई पहल की गई है. बंदियों को हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ कराया जा रहा है, ताकि अध्यात्म से बंदियों के मनोदशा में सुधार लाया जा सके. यही वजह है कि सेंट्रल जेल में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड की गूंज सुनाई दे रही है. इतना ही नहीं गीता के श्लोक भी कंठस्थ कराए जा रहे हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में 60 मंडलियां हैं. प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा और प्रत्येक शनिवार को सुंदरकांड का पाठ कराया जा रहा है.
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