Swachh Survekshan Award 2023: देश की राजधानी दिल्ली में आज स्वच्छ सर्वेक्षण अवॅार्ड दिया (Swachh Survekshan Award) गया. बता दें इसके लिए इंदौर के साथ सूरत शहर को मिला है. जानें क्यों इंदौर बनता है देश का सबसे स्वच्छ शहर.
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Swachh Survekshan Award 2023: देश की राजधानी नई दिल्ली में आज स्वच्छता अवॅार्ड समारोह का आयोजन किया गया. इस आयोजन को लेकर देश भर की निगाहें मध्य प्रदेश के शहर इंदौर पर टिकी थी. बता दें कि इंदौर शहर को स्वच्छता के मामले में फिर से सूरत के साथ नंबर एक का खिताब दिया गया. इसके पहले इंदौर शहर लगातार 2017 से ये खिताब अपने नाम करते हुए आ रहा है. आखिर इंदौर के स्वच्छता ( Indore Cleanliness Strategy) में नंबर एक बनने का क्या राज है, क्या फार्मूला है, आइए जानते हैं.
ये है सफाई का फार्मूला
देश भर में स्वच्छता के मामले में इंदौर शहर के नंबर एक बनने के पीछे कई सारे अभियान हैं, जिसकी वजह से इंदौर पिछले कई सालों से देश का सबसे स्वच्छ शहर बना हुआ है.
बता दें कि साल 2017 में इंदौर ने पहली बार डोर- टू- डोर कचरा कलेक्शन शुरू किया. इसके तहत नगर निगम के कर्मचारी घर- घर जाकर कचरा कलेक्ट करते थे, ये आसान काम नहीं था लेकिन इंदौर ने ये करके दिखाया, जिसकी बदौलत इसी साल इंदौर को पहला खिताब मिला.
इसके अलावा साल 2018 में इंदौर ने घर- घर शौचालय अभियान चलाया. इसके तहत खुले में शौच से इंदौर को मुक्त कराया. साथ ही साथ गीले और सूखे कचरे पर फोकस किया. इसके लिए गीले और सूखे कचरे को अलग- अलग डस्टबीन में लेने लगे ये भी स्वच्छता का कारण बना.
साल 2019 में इंदौर शहर में लगे कचरे के पहाड़ को साफ किया. इसके तहत 12 लाख मीट्रिक टन कचरे को खत्म किया गया. ये जीरो वेस्ट ट्रेचिंग ग्राउंड की महत्वपूर्ण उपलब्धि रही.
साल 2020 में इंदौर ने कचरे के शुल्क के रूप में मोटी कमाई की. बता दें कि इस 40 शुल्क के रूप में 40 करोड़ का रेवेन्यू मिला. इसके अलावा कच्चे माल के जरिए इंदौर नगर निगम ने सलाना 1.5 करोड़ की कमाई की. जो इंदौर को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया.
अन्य वजहें
इसके अलावा भी कई ऐसे फॅार्मूले हैं जिसे अपना कर इंदौर शहर आज स्वच्छता के मामले में देश में पहले स्थान पर है. इंदौर को 7 वीं बार ये अवॅार्ड दिया गया.