Ujjain Crime: काका-काकी ने मिलकर भतीजे की ली जान, जबरन पिलाया एसिड, जानिए पूरा मामला
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1408383

Ujjain Crime: काका-काकी ने मिलकर भतीजे की ली जान, जबरन पिलाया एसिड, जानिए पूरा मामला

उज्जैन ममहीदपुर थाना क्षेत्र में एक परिवार में प्रापर्टी को लेकर हुए विवाद में काका ने अपने भतीजे को एसिड पिला दिया. भतीजे की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने सड़क पर शव रखकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.

 

Ujjain Crime: काका-काकी ने मिलकर भतीजे की ली जान, जबरन पिलाया एसिड, जानिए पूरा मामला

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जिले के महीदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रविवार को पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रमीणों का जमकर हंगामा देखने को मिला. जहां मां की मृत्यु के पश्चात काका व काकी पर 22 वर्षीय भतीजे को एसिड पिलाने का गंभीर आरोप लगा है. 22 वर्षीय भतीजे की उपचार के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद से आक्रोशित परिजनों ने 3 घंटे तक रोड जामकर पुलिस पर आरोपियों के प्रति कार्रवाई न करने का गंभीर आरोप लगया. वहीं पूरे मामले में एस. एस. पी ने थाना प्रभारी महीदपुर को किया लाइन अटैच किया है.

पुलिस पर लगा गंभीर आरोप
दरअसल महीदपुर थाना क्षेत्र के गांव भीमाखेड़ा निवासी 22 वर्षीय आकाश को जिले के आर.डी गार्डी अस्पताल में 20 अक्टूम्बर को गम्भीर अवस्था में भर्ती किया गया था, जहां उसकी रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गई मौत की खबर लगते ही परिजनों व ग्रामीणों ने ग्राम भीमाखेड़ा चोराहा डेड बॉडी रख जाम कर दिया और महीदपुर थाना प्रभारी दिनेश भोजक पर मृतक के आरोपियों के विरुद्ध समय पर कार्रवाई नहीं करने का गम्भीर आरोप लगाया. 

जानिए क्या कहा मृतक की बहन ने
मृतक आकाश की बहन वर्षा ने बतया परिवार में दादी के सवा महीने के कार्यक्रम के दौरान भाई आकाश को काका, काकी व अन्य साथियों ने एसिड पिला दिया था और बुआ के बच्चों ने उसके साथ मार पीट की थी, जब इस मामले में पुलिस के पास कार्रवाई के लिए गया तो पुलिस ने कार्रावाई नहीं की. अब रविवार को भाई की मौत होने पर सबने विरोध दर्ज किया है. वहीं मिली जानकारी अनुसार त्योहार के समय माहौल खराब होता देख एसएसपी एक्शन में आये और परिजनों व ग्रामीणों को जांच का आश्वासन देकर थाना प्रभारी को लाइन अटैच करने की कार्रवाई की व जाम खुलवाया.

थाना प्रभारी सस्पेंड
पूरे मामले में जैसे ही 22 वर्षीय आकाश की मौत की सूचना ग्रामीणों को व परिवार वालों को लगी तो सबने डेड बॉडी को सड़क पर रखकर रोड जाम कर दिया और थाना प्रभारी दिनेश भोजक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और कहा कि थाना प्रभारी महीदपुर को हटाया जाए वरना हम बॉडी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे ना ही यहां से हटेंगे. काफी देर तक जब ग्रामीणों की नहीं सुनी गई तो ग्रामीण आक्रोशित होने लगे करीब 2 से ढाई घंटे के हंगामे के बाद एसएसपी ने माहौल खराब होता देख संज्ञान लिया और थाना प्रभारी दिनेश भोजक को लाइन अटैच कर ग्रामीणों व परिजनों को दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन और निष्पक्ष जांच की बात कही. जिसके बाद ग्रामीणों और परिजनों ने जाम खोला.

मौत के जिम्मेदार ये लोग
दरअसल बहन वर्षा ने जब भाई आकाश की हालात खराब होते देखी थी तो काका राजेश, काकी कौशल्या, काका के दोस्त राकेश व पिंटू को लेकर कहा कि भाई की अगर मौत हो जाती है तो उसके जिम्मेवार ये लोग होंगे. वहीं मामले में अब पुलिस ने जांच में तेजी शुरू कर दी है.

जानिए क्या था पूरा मामला
जिले के महिदपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भीमाखेड़ा में काकन्या परिवार रहता है. 20 अक्टूम्बर को दो भाइयों व बहन के परिवार में उनकी मां की मृत्यु होने के पश्चात सवा महीने का कार्यक्रम चल रहा था. इसी दौरान अचानक भाई राजेश व भाई सत्यनारायण और बहन के बीच प्रापर्टी को लेकर बातचीत हुई, जो दोनों भाइयों की बहस में बदल गई. इसी बीच भाई सत्यनारायण के 22वर्षीय बेटे आकाश ने भी विरोध जताया, जिसको लेकर आकाश की बहन वर्षा का कहना है कि काका राजेश व काकी कौशल्या और काका के दो दोस्त राकेश व पिंटू ने मिलकर भाई को एसिड पिलाया. उसे उज्जैन आरडी गार्डी मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया, लेकिन उसकी रविवार को मौत हो गई. वहीं बहन वर्षा ने कहा कि काका आये दिन विवाद करते रहते हैं, जब मुझसे मारपीट हुई और मैं थाने गई तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी और आवेदन लेकर जाने को कह दिया था. अब भाई की मौत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो विरोध दर्ज किया है.

ये भी पढ़ेंः Elephant Murder: हाथी को मारकर खेत में दफनाया, ऊपर से लगाई फसल, ऐसे सामने आई सच्चाई

Trending news