यूजर्स ने दिया रिएक्शन: कमलनाथ ने रविवार सुबह मध्य प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए एक ट्वीट किया. ये ट्वीट उन्हें ही हावी पड़ गया. इस ट्वीट पर यूजर्स ने अलग-अलग तरह के रिएक्शन दिए. कई यूजर्स ने कमलनाथ को ही घेर लिया, जबकि कई यूजर्स ने उनसे ही सवाल पूछ लिए.
MP PCC चीफ कमलनाथ ने ट्वीट किया- डबल इंजन की भाजपा सरकार ने पहले से ही महंगाई से त्रस्त मध्यप्रदेश की जनता पर बढ़े हुए बिजली बिलों से महंगाई का डबल वार किया है. अब माननीय मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच कराएंगे, सच तो ये है कि जब तक वो जांच कराएंगे तब तक वो चले जाएंगे. सच्चाई ये है कि भाजपा न तो जनविश्वास का जेनरेशन कर पा रही है, न विकास का ट्रांसमिशन और न ही कल्याणकारी योजनाओं का सच्चे जरूरमंद लोगों तक डिस्ट्रीब्यूशन कर पा रही है. दरअसल भ्रष्टाचार के लगातार बढ़ते जाने की वजह से भाजपा के दिखावटी सुशासन का ट्रांसफ़ॉर्मर उड़ गया है. अब उल्टे जनता ही भाजपा को आगामी चुनावों में करेंट देने के लिए तैयार बैठी है. बिजली के बढ़े बिल भाजपा की बत्ती गुल कर देंगे.
इस पर एक यूजर ने कमेंट किया- कमलनाथ जी आप भी बीजेपी की तरह धर्म की राजनीति मत कीजिए क्योंकि राजनीति में धर्म का समावेश अच्छा नहीं लगता है. चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े.
वहीं, एक यूजर ने लिखा- कांग्रेसी चमचे...तुमने और कांग्रेस ने मध्य प्रदेश को लूट लिया था. अंधेरा प्रदेश बना दिया था 2003 के पहले प्रदेश में हर तरफ अंधेरा था. लोग बिजली और खंबे कभी देखे नहीं थे. आदिवासी भाई बंधु बिजली के लिए तरसते थे...
एक कमेंट आया- बेशर्म की भी हद होती है. पहले बाबा के चरणचुंबन से तो फुरसत पा लो पूर्व मुख्यमंत्री जी.
कमलनाथ की इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा- जी जब आप मुख्यमंत्री थे,किसानों का कर्ज माफी का वादा करके सरकार तो बना लिए थे एक भी कर्जा माफ नहीं किए. आजकल आदिवासी स्वाभिमान की बात आप करते हैं लेकिन आपकी ही सरकार के रहते आदिवासियों को पेशाब पिलाया जाता था. जनता ये भी देखी है कि आपने हनुमान जी का केक कटकर हिंदुओं का अपमान किया था.
एक यूजर ने लिखा- जय कांग्रेस विजय कांग्रेस.
अन्य यूजर ने लिखा- धीरेंद्र शास्त्री हिन्दू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं और आप उस को बुला कर महिमामंडित कर रहे हैं. मुसलमान को विकल्प तलाश करना चाहिए ?
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