गृहमंत्री ने कहा कि चारों के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई की गई है. शुरुआती जांच में चारों आरोपी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की ट्रेनिंग देने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए ब्रेनवॉश करने में शामिल पाए गए हैं.
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आकाश द्विवेदी/भोपालः गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने विभिन्न राज्यों में छापेमारी कर पीएफआई के नेताओं को हिरासत में लिया गया था.आज गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि हिरासत में लिए गए पीएफआई नेता आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. एमपी से पीएफआई के 4 नेताओं को हिरासत में लिया गया था. जिनमें अब्दुल करीम, अब्दुल साजिद, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद जमील शामिल हैं.
गृहमंत्री ने कहा कि चारों के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई की गई है. शुरुआती जांच में चारों आरोपी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की ट्रेनिंग देने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए ब्रेनवॉश करने में शामिल पाए गए हैं. बता दें कि एनआईए और एटीएस ने संयुक्त कार्रवाई कर चारों को इंदौर, उज्जैन से हिरासत में लिया था. गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा किसी धर्म और मजहब के खिलाफ नहीं है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मस्जिद जाकर यह बात साबित कर दी है कि हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों से बैर नहीं और आतंकियों की खैर नहीं. हमारी संस्कृति वसुदैव कुटुंबकम वाली है. वहीं गिरफ्तार किए गए चारों पीएफआई नेताओं का आज मेडिकल कराया गया.चारों का राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में मेडिकल हुआ. इसके बाद चारों को एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश किया गया.
एनआईए ने गुरुवार को कई राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया था. पीएफआई पर आतंकी घटनाओं के वित्त पोषण के आरोप लगे हैं. केरल से पीएफआई के 22 नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. वहीं मध्य प्रदेश से 4 नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा महाराष्ट्र से 20, तमिलनाडु से 10, असम से 9, उत्तर प्रदेश से 8, आंध्र प्रदेश से 5, पुडुचेरी से 3, दिल्ली से 3 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी के विरोध में आज केरल में पीएफआई ने राज्यव्यापी बंद बुलाया. इस दौरान कुछ जगह हिंसा भी देखने को मिली.