MP Assembly Elections: मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने से पहले भाजपा और कांग्रेस ने दोनों दलों ने नकद पुरस्कारों की घोषणा की. भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शून्य कांग्रेस वोट वाले बूथों के लिए 51,000 रुपये देने की बात कही है, जबकि कांग्रेस के प्रभु राठौड़ ने बिना भाजपा वोट वाले बूथों के लिए 1 लाख रुपये देने का घोषणा की है.
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MP Election Reward For Winning Booth: मध्य प्रदेश में किसी भी वक्त आचार संहिता लग सकती है और उसके बाद इस चीज का ऐलान हो सकता है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव कब होंगे. चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं, इसलिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है. बता दें कि आचार संहिता लगने से पहले ही बूथ पर प्रतिस्पर्धा और इनामो की घोषणाएं होने लगी हैं. एक और बीजेपी ने 100 फीसदी पोलिंग बूथ पर 51 हजार तो दूसरी ओर कांग्रेस ने 100 फीसदी पोलिंग बूथ पर 1 लाख का ऐलान किया है.
दरअसल, आचार संहिता से पहले बूथ जीतने की होड़ चल रही है. एक दिन पहले ही इंदौर-1 से प्रत्याशी और बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने घोषणा की है कि जिस बूथ पर कांग्रेस का एक भी वोट नहीं पड़ा तो वे 51 हजार रुपये देंगे. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उस बूथ के अध्यक्ष को 51 हजार रुपये दूंगा, लेकिन अब इस घोषणा के बाद कांग्रेस भी कहा पीछे रहने वाली थी. बता दें कि रतलाम में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव प्रभु राठौड़ ने उस बूथ की कांग्रेस टीम को एक लाख रुपये देने की घोषणा भी की, जहां भाजपा का एक भी वोट नहीं पड़ेगा.
कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा था?
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था, " मैंने घोषणा की है कि जिस पोलिंग बूथ में कांग्रेस एक भी वोट हासिल करने में विफल रहती है, उस बूथ के अध्यक्ष को 51 हजार रूपए दूंगा. आप सब कोशिश करें कि आपके संबंधित वार्डों में कांग्रेस को कोई वोट न मिले क्योंकि कांग्रेस ने यहां पर कोई काम नहीं किया है."
गौरतलब है कि आचार सहिंता से पहले बयानबाज़ी में कोई अंकुश नहीं है. यदि आचार संहिता लगी होती है तो यह घोषणाएं दोनों ही दल के लिए आचार संहिता उल्लंघन होती, लेकिन फिलहाल बूथ पर कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए स्पर्धा शुरू हो गई है और 100 प्रतिशत अपनी पार्टी में मत दिलाने को लेकर दोनों राजनीतिक दलों में बूथ कार्यकर्ताओं को इनाम की घोषणा की जा रही है. अब देखना यह होगा कि आचार सहिंता से पहले और क्या बयानबाज़ी और नई घोषणाएं सामने आती हैं.
रिपोर्ट: चन्द्रशेखर सोलंकी (रतलाम)