इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से छोड़ा गया पानी, नर्मदा का बढ़ा जलस्तर, इन जिलों में अलर्ट
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इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से छोड़ा गया पानी, नर्मदा का बढ़ा जलस्तर, इन जिलों में अलर्ट

नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से खंडवा जिला प्रशासन ने ओमकारेश्वर तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं को जाने से प्रतिबंधित कर दिया है. बता दें कि लगातार हो रही बारिश के चलते इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से एक साथ पानी छोड़ा गया है.

 

इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से छोड़ा गया पानी, नर्मदा का बढ़ा जलस्तर, इन जिलों में अलर्ट

प्रमोद सिन्हा/खंडवाः पिछले हफ्ते भर से मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में लगातार बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जिसके चलते इंदिरा सागर बांध और ओमकारेश्वर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है. नर्मदा में पानी का जलस्तर बढ़ने के कारण डाउन स्ट्रीम के जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है. बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से ओमकारेश्वर तीर्थ स्थल पर सभी स्नान घाटो को प्रतिबंधित कर दिया गया है.

पितृ विसर्जन पर पहुंचेंगे श्रद्धालु
बता दें कि इस सीजन में यह तीसरा मौका है जब  इंदिरा सागर बांध और ओमकारेश्वर दोनों ही बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. कल यानी रविवार को पित्र मोक्ष अमावस्या होने की वजह से बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने आदेश निकाल कर श्रद्धालुओं को नर्मदा नदी में स्नान के लिए घाटों पर जाना प्रतिबंधित किया है. मानसून का सीजन समाप्तह होने की ओर है. लेकिन बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 7 दिनों में नर्मदा घाटी क्षेत्र में बारिश होने की वजह से नर्मदा नदी का जल एक बार फिर बढ़ा है. यही वजह है कि इंदिरा सागर बांध के 12 और ओमकारेश्वर सागर बांध के 10 गेट खोले गए हैं. ओमकारेश्वर बांध से लगभग 47000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इसी वजह से डाउनस्ट्रीम में ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थल के सभी स्नान घाटों पर पानी है. 

डाउनस्ट्रीम वाले जिलों में अलर्ट
जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर तीर्थ स्थल के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए पूजा-पाठ और स्नान करना प्रतिबंधित कर दिया गया है. घाटों पर लगने वाली फूल, माला प्रसाद की दुकानों और नाव संचालन को भी प्रतिबंधित किया है. रविवार को पित्र मोक्ष अमावस्या के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की संभावना है. इसलिए जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन, पुलिस होमगार्ड और राजस्व के कर्मचारियों के ड्यूटी लगाई है. उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. नर्मदा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण बांध के डाउनस्ट्रीम में देवास, खरगोन और बड़वानी जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में नदी के किनारे बसे गांव मैं भी ग्रामीणों को नदी के किनारे नहीं जाने की हिदायत दी गई है.

श्योपुर में फिर उफनी पार्वती
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से श्योपुर में नदी नाला उफान पर हैं. बारिश की धीमी गति से जहां जिले की औसत बारिश का आकड़ा पर हो गया है. वहीं मालवा निमाड सहित मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में हुई बारिश के बाद बीते शुक्रवार को अचानक पार्वती नदी उफान पर आ जाने के चलते श्योपुर कोटा इंटरस्टेड हाइवे सड़क मार्ग जलमग्न हो जाने के कारण श्योपुर का राजस्थान से सड़क संपर्क एक बार फिर से टूट गया. बता दें कि पार्वती नदी का पानी खातोली पुल े 5 से 6 फिट ऊपर आ गया है. इससे श्योपुर हाइवे का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. श्योपुर जिला प्रशासन ने पार्वती नदी के पानी को देखते हुए नदी किनारे बसे गावो में एक बार फिर से ग्रामीणों को अलर्ट ओर सावधानी बरतने का अलर्ट जारी किया है.

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