कांग्रेस नेता मांगीलाल के निधन पर दिग्विजय सिंह ने क्यों लिखा- अल्लाह ताला जन्नत अता फर्माएं?
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कांग्रेस नेता मांगीलाल के निधन पर दिग्विजय सिंह ने क्यों लिखा- अल्लाह ताला जन्नत अता फर्माएं?

मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के जीरापुर में कांग्रेस के बड़े नेताओं में एक मांगीलाल शाह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने निकले थे, लेकिन शनिवार सुबह हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया था.

कांग्रेस नेता मांगीलाल के निधन पर दिग्विजय सिंह ने क्यों लिखा- अल्लाह ताला जन्नत अता फर्माएं?

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के जीरापुर में कांग्रेस के बड़े नेताओं में एक मांगीलाल शाह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने निकले थे, लेकिन शनिवार सुबह हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया था. जिसके बाद मौजूद अन्य कांग्रेसी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं आज जब इसे लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी तो लोगों  ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया.

दिग्विजय सिंह ने क्या ट्वीट किया
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि कल Bharat Jodo Yatra के प्रदेश यात्री राजगढ़ जिला जीरापुर के मांगीलाल जी शाह का दुखद देहांत हो गया. वे बहुत ही लोकप्रिय समाजसेवी थे और मेरे निकट के मित्र थे. मेरे लिए यह निजी क्षति हुई है. अल्लाह ताला उन्हें जन्नत अता फर्माएं. आमीन. इतना ट्वीट करते हुए ट्रोलर्स ने उन्हें निशाने पर ले लिया.

ट्रोलर्स के निशाने पर दिग्विजय

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अंतिम संस्कार में हुए दिग्विजय शामिल
बता दें कि दिल का दौरान पड़ने की वजह से मांगीला शाह का निधन हुआ था. भारत जोड़ो यात्रा में चल रही एंबुलेंस की मदद से ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनके पार्थिव शरीर को जीरापुर लाया गया. जहां हजारों लोग और कांग्रेस, भाजपा नेताओं की मौजूदगी में मांगीलाल को मुस्लिम कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. उनके अंतिम संस्कार में दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी भी शामिल हुई थी. 

कौन थे मांगीलाल शाह?
मांगीलाल शाह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के काफी करीबी रहे. साल 1994 में उन्होंने वार्ड 13 से पार्षद का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी. फिर 1999 में दोबारा उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत गए. जिसके बाद वो नगरपालिका के उपाध्यक्ष बने. फिर 2004 में उन्होंने वार्ड 14 से अपनी पत्नी को अध्यक्ष पद चुनाव लड़ाया लेकिन वो हार गई. फिर साल 2009-2014 में हार का सामना करना पड़ा. साल 2022 में उनकी पत्नी ने वार्ड-14 से चुनाव लड़ा और वो जीत गई. बता दें कि वर्तमान में मांगीलाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य थे.

मुस्लिम होकर हिंदू नाम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जनाजे में शामिल हुए उनके एक दोस्त ने बताया कि मांगीलाल हिंदू-मुस्लिम एकता के मिसाल थे. उनका असली नाम मारुफ शाह था, लेकिन उन्हें लोग मांगीलाल के नाम से ही जानते थे. उन्होंने अपने तीनों बच्चों के नाम भी हिंदू ही रखे है. जिसमें बड़ी बेटी का नाम सपना दूसरा बेटा आशीष और तीसरा बेटा चूचू  हैं. इसके अलावा मांगीलाल अक्सर मंदिर जाकर आरती और हवन में भी शामिल होते थे.

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