MP News: मंगलवार को भोपाल में एक महिला ने अपनी तीन बेटियों फांसी के फंदे पर लटका दिया था, जबकि खुद भी आत्महत्या कर ली थी. इस घटना में सुसाइड नोट मिलने के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं.
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Bhopal News: बेटे की चाहत आज भी समाज में खत्म नहीं हो रही है, क्योंकि बेटे और बेटी में अभी भी फर्क हो रहा है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को जो हुआ वो इस बात की गवाही देता है कि अभी भी समाज में बेटा-बेटी को लेकर समाज में बनी की खाई को पूरी तरह से भरा नहीं गया है. दरअसल, भोपाल में बेटा न होने से परेशान एक महिला ने अपनी तीन बेटियों को फांसी पर लटका दिया और खुद भी आत्महत्या कर ली. हालांकि एक लड़की बच गई, जो भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती है. जब घटना लोगों के सामने आई तो सब हैरान रह गए, महिला के सुसाइड नोट से पूरे मामले में कई अहम खुलासे हुए हैं.
पति और ससुराल के लोग करते थे परेशान
पुलिस को महिला का जो सुसाइड नोट में मिला था, उसमें लिखा था 'पेट में गठान होने के कारण वह अब बच्चा पैदा नहीं कर सकती थी, जबकि उसे पहले से तीन बेटियां था. लेकिन पति और ससुराल के लोग बेटा न होने की वजह से उसे प्रताड़ित और परेशान करते थे. पति को शराब की लत थी और वह नशे में हर दिन उसके साथ मारपीट करता था. ऐसे में परेशान होकर अपनी बेटियों के साथ आत्महत्या करने जा रही है.
पति को चाहिए था बेटा
घटना के बाद एक बार फिर यह सवाल उठता है कि आखिर बेटियों के ऊपर बेटे को इतनी अहमियत क्यों दी जाती है. क्योंकि महिला को तीन बेटियां थी, लेकिन फिर से भी उसका पति बेटा चाहता था. ऐसे में जब महिला की प्रताड़ना सहन करने की क्षमता खत्म हो गई तो आखिरकार उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया. इतना ही नहीं जो बेटियां आगे चलकर नाम कमाती उन्हें भी इसकी बेवजह कीमत चुकानी पड़ी. खास बात यह भी है कि इस घटना में कई और भी खुलासे हुए हैं.
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मौत से पहले भाई को भेजा मैसेज
मृतक महिला का नाम संगीता यादव था, जिसने मौत से पहले अपने भाई को ऑडियो मैसेज भी भेजा था, जिसमें वह रोते हुए कह रही थी कि मैं इतनी मजबूर कर दी गई हूं कि मैंने अपनी मोड़ी मार दी.' जिसके बाद मामले में मृतक महिला के भाई ने उसकी बहन को जीजा, उसके भाई और ससुराल के परिजनों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. खास बात यह है कि उसी रात संगीता ने नंनद को भी वॉट्सएप पर पांच मेसेज भेजे थे. जिसमे उसने लिखा था कि 'तुम्हारा भाई कह रहा है कि मर जा'.
परिजनों ने लगाया आत्महत्या का आरोप
मृतक महिला संगीता की मां भागवता बाई का कहना कि मेरी बेटी ने अपनी बेटियों को नहीं मारा है ना ही उसने आत्महत्या की है. उसके ससुराल वाले ने उसकी और दोनों बेटियों की जान ली है, फिर पुलिस से बचने के लिए उन लोगों ने इसे आत्महत्या का रूप दिया है. उनकी संगीता आखरी बार दो दिन पहले बात हुए थी. जिसमें संगीता ने बताया था कि उसका पति उसे शराब पी कर मारता है. वह पुश्तैनी खेती संभालता था और खर्च के लिए अपने मां बाप से रुपये लिया करता था. पैसे देते समय उसकी मां रजत को बेटा ना होने के कारण बहुत सुनाया करती थी. जिसका गुस्सा वह संगीता पर निकालता था.
इसी महीने संगीता की बहन की शादी थी. शादी में संगीता अपनी बच्चियों के साथ आई थी और उसका पति रजत टीका वाले दिन हमारे घर सिंगरामपुर आया था. तब उसने शराब पीकर हमारे रिश्तदारों के सामने बहुत तमाशा किया था और बार-बार संगीता से वापस चलने की जिद कर रहा था. जब संगीता ने बहन की विदाई के बाद जाने को बोला तब रजत ने सुसाइड करने की धमकी दी थी. फिर ना चाहते भी संगीता को शादी के पहले वहां से जाना पड़ा.
हालांकि संगीता के ससुर संतोष यादव ने सारे आरोपों को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि बहू ने होली खेली थी और शाम को चाय भी बना कर पिलाई थी. फिर रात में बच्चियों के साथ सोने चला गई थी. सुबह देखा की उसका और दोनों बच्चियों का शव पंखे पर लटका था. वहीं इस घटना में पुलिस का कहना है कि पूरी रिपोर्ट के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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