Chhattisgarh Seat Analysis: यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस का एकछत्र राज, 2013 से भाजपा नहीं खोल सकी खाता
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Chhattisgarh Seat Analysis: यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस का एकछत्र राज, 2013 से भाजपा नहीं खोल सकी खाता

Assembly Election 2023 Balod District Analysis: बालोद जिले में कुल 3 विधानसभा सीट हैं. यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है. 2013 से भाजपा यहां एक भी सीट नहीं जीत पाई है. हैरान करने वाली बात ये है कि ये जिला कभी भाजपा का गढ़ माना जाता था. 

Chhattisgarh Seat Analysis: यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस का एकछत्र राज, 2013 से भाजपा नहीं खोल सकी खाता

Assembly Election 2023 Balod District Analysis:  छत्तीसगढ़ का बालोद जिला राजनीतिक तौर पर कांग्रेस और भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. वैसे तो यहां तीन विधानसभा सीट हैं, जिनमें संजारी बालोद, डौंडीलोहारा और गुण्डरदेही शामिल है. तीनों ही सीटों पर पिछले 2 चुनाव यानी 2013 से कांग्रेस का कब्जा है. यह जिला 2013 से पहले भाजपा के गढ़ के रूप में जाना जाता था. लेकिन बाद में प्रदेश नेतृत्व की अनदेखी के चलते ये सीटें ऐसी निकल गईं. कि जब 2013 में भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनाई, तब भी यहां एक भी सीट नहीं जीत सकी.

मजेदार बात बात ये है कि यहां की जनता ने केंद्रीय नेतृत्व के लिए भाजपा को ही चुना है. कांकेर लोकसभा सीट के अंदर आने वाली बालोद जिले में 2019 में भाजपा प्रत्याशी मोहन मंडावी को सबसे ज्यादा वोट इन्हीं तीनों विधानसभा क्षेत्रों से मिले. दिलचस्प बात ये है कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां की जनता ने प्रदेश नेतृत्व के लिए कांग्रेस के साथ जाने का फैसला किया. वर्तमान में संजारी बालोद सीट से संगीता सिन्हा विधायक हैं. डौंडीलोहारा सीट से अनिला भेंडिया विधायक हैं, जो प्रदेश सरकार में मंत्री भी हैं. साथ ही गुण्डरदेही सीट से कुंवर सिंह निषाद विधायक हैं.
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